- सावन मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि को सावन शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है।
- इस वर्ष सावन शिवरात्रि 06 अगस्त शुक्रवार के दिन पड़ रही है।
- मान्यताओं के अनुसार, सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव को जलाभिषेक करना भक्तों के लिए लाभदायक है।
Sawan Shivratri 2021 Puja Vidhi: हर वर्ष सावन मास की मासिक शिवरात्रि कृष्ण पक्ष के 14वें दिन पड़ती है। सावन मास में पड़ने के चलते इस मासिक शिवरात्रि को सावन शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, सावन शिवरात्रि भगवान शिव के भक्तों के लिए बेहद अनुकूल है। इस दिन शिव शंभू की पूजा-आराधना करना लाभदायक माना गया है।
इस वर्ष सावन मास की चतुर्दशी तिथि 06 अगस्त के दिन पड़ रही है। सावन शिवरात्रि पर जलाभिषेक करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। कहा गया है कि सावन शिवरात्रि पर भक्तों को विधि अनुसार भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए।
सावन शिवरात्रि पूजा विधि, सावन की शिवरात्रि पर कैसे करें शिव पूजन
सावन शिवरात्रि पर प्रात: काल उठें और नित्य क्रिया के निवृत हो जाएं। फिर अपने पूजा घर को गंगा जल से पवित्र करें और शिव जी की प्रतिमा स्थापित करें। अब भगवान शिव को सफेद चंदन, गंगाजल, गाय का दूध, बेलपत्र, शमीपत्र, भांग और सफेद फूल अर्पित कीजिए। इसके साथ माता पार्वती को अक्षत, फूल, धूप, फल, सुहाग का सामान आदि चढ़ाएं। इसके बाद भगवान शिव या शिवलिंग पर जलाभिषेक करें। अब शिव चालीसा और कथा का पाठ करें। इसके बाद आरती करें।
Sawan Shivratri 2021 Puja Muhurat
निशिता काल पूजा का समय: रात 12:06 से रात 12:48
शिवरात्रि व्रत पारण मुहूर्त: 07 अगस्त सुबह 05:46 से दोपहर 03:45