- शुक्र धन,वैभव और सुख प्रदान करने वाला ग्रह है
- शुक्र कमजोर हो तो जातक को कई समस्या होती हैं
- हर किसी को अपने शुक्र को मजबूत बनाना चाहिए
शुक्र ग्रह को ऐश्वर्य प्राप्ति का ग्रह माना गया है। जिसकी कुंडली में शुक्र बलवान होता है उसका जीवन राजा के समान होता है। वहीं यदि शुक्र कमजोर हो तो जातक को जिंदगी से मान-सम्मान,धन,ऐश्वर्य और वैवाहिक सुख में कमी के साथ ही रोग का भी सामना करना पड़ता है। शुक्र ग्रह सुख और समृद्ध का ग्रह होता है, इसलिए शुक्र को मजबूत बनाने के लिए इसकी पूजा और बीज मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। जिस जातक की कुंडली में शुक्र निष्प्रभावी हो या कमजोर स्थिति में उसे शुक्रवार के दिन शुक्र को प्रसन्न करने के लिए जरूर प्रयास करना चाहिए।
शुक्रवार का दिन दैवी लक्ष्मी का माना गया है, लेकिन इस दिन शुक्र ग्रह की पूजा भी की जानी चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में इस बात का उल्लेख है कि जिस जातक का शुक्र ग्रह मजबूत और बलशाली होता है वह बहुत ही वैभवशाली जीवन जीता है। शुक्र ग्रह सौंदर्य भी देता है और धन भी। यदि शुक्र कमजोर है तो आपको शुक्र को प्रसन्न करने के लिए उसके बीज मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।
जानें, शुक्र शांति मंत्र और उसके फायदे
शुक्र यदि नीच अवस्था में हो अथवा किसी ग्रह के प्रभाव में आकर वह बुरे प्रभाव दे रहा है तो जातक को शुक्र शांति ग्रह मंत्र का जाप प्रतिदिन करना चाहिए। यदि संभव न हो तो कम से कम शुक्रवार को यह मंद्ध जरूर जपें।
हिमकुंद मृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम् |
सर्वशास्त्र प्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम् ||
शुक्र ग्रह को और प्रभावशाली बनाने के लिए शुक्र शांति मंत्र के साथ बुध शांति ग्रह मंत्र का भी जाप करें।
ॐ नमो अर्हते भगवते श्रीमते पुष्पदंत तीर्थंकराय।
अजितयक्ष महाकालियक्षी सहिताय ॐ आं क्रों ह्रीं ह्र:।।
जानें किस समय करना चाहिए इन मंत्र का जाप
शुक्रवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान-ध्यान कर सफेद वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद सभी देवों की पूजा के बाद आसन लगा कर जमीन पर बैठ जाएं और शुक्र ग्रह को प्रणाम कर मंत्र का जाप करें। शुक्रवार के दिन कम से कम एक माला जरूर जाप करें।