- हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को दिया गया है देवी का दर्जा।
- घर में तुलसी का पौधा लगाने से आती है सकारात्मक उर्जा।
- रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन करने से दूर होती हैं बीमारियां
नई दिल्ली. हिंदू संस्कृति में पूजी जाने वाली तुलसी बहुत शुभ मानी जाती है। तुलसी का ना ही सिर्फ धार्मिक महत्व है बल्कि यह औषधीय गुणों के लिए भी प्रख्यात है। कहा जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वह घर बहुत पवित्र होता है और घर के सदस्य मुसीबतों से बचे रहते हैं।
घर में तुलसी का पौधा सकारात्मक उर्जा का स्त्रोत होता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार तुलसी के तने और टहनियों से बनी माला पहनना बहुत अनुकूल होता है। कहा जाता है कि तुलसी की माला पहनने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है।
तुलसी की माला ग्रहण करने से आत्मा पवित्र रहती है। इतना ही नहीं तुलसी की माला पहनने से शरीर आरोग्य रहता है और श्रीहरि की कृपा प्राप्त होती है। यहां जानिए तुलसी की माला पहनने के लाभ और नियम।
तुलसी की माला पहनने के लाभ
बीमारियां रहती हैं दूर
तुलसी की माला पहनने से बीमारियां दूर रहती हैं और यह हमें कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचा कर रखता है। कहा जाता है कि गर्भवती महिलाओं को तुलसी की माला जरूर पहननी चाहिए इससे प्रसव वेदना कम होती है और बच्चे का जन्म भी आसानी से होता है।
बहुत से लोग तुलसी की माला अपने कलाई में पहनते हैं, ऐसा माना जाता है कि कलाई में तुलसी की माला पहनने से नब्ज कभी नहीं छूटता है और हाथ कभी भी सुन्न नहीं होता है।
कमर में तुलसी की माला
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, कमर में तुलसी की माला पहनने से पक्षाघात से बचते हैं और जिगर, तिल्ली, यौनांग और आमाश्य जैसे रोग नहीं होते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुलसी की माला पहनने से कुंडली में बुध और गुरू ग्रह दृढ़ होते हैं।
जो लोग तुलसी की माला पहनते हैं उन्हें लहसून और प्याज नहीं खाना चाहिए। ऐसा करना वर्जित कहा गया है। इसके अलावा जिन लोगों को तुलसी की माला पहननी है, वह लोग मांसाहारी खाने का सेवन ना करें।
जानकारों के मुताबिक, तुलसी और रूद्राक्ष की माला को एकसाथ नहीं पहनना चाहिए। आध्यात्मिक और वैज्ञानिक, कारणों के वजह से ऐसा करना मना है।