- विष्णु पुराण के अनुसार, वैशाख का महीना भगवान विष्णु को अति प्रिय है, उनकी पूजा करना बेहद लाभदायक है।
- वैशाख का महीना स्कंद पुराण के अनुसार सभी महीनों में उत्तम है, दान पुण्य के काम करने से समृद्धि बनी रहती है।
- वैशाख मास में सूर्योदय से पहले उठकर भगवान विष्णु की पूजा करना तथा मंत्रों का जाप करना बेहद फायदेमंद है।
नई दिल्ली: हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष यानी 2078 में वैशाख का महीना 28 अप्रैल से शुरू हो रहा है जो 26 मई को समाप्त होगा। हिंदू पंचांग में वैशाख का महीना दूसरा महीना होता है लेकिन अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह वर्ष का चौथा महीना होता है।
इस महीने में विशाखा नक्षत्र का योग होता है इसीलिए इस महीने को वैशाख कहा जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार वैशाख मास पर गुरु का प्रभाव होता है एवं भगवान विष्णु, परशुराम और देवी की पूजा करना लाभदायक होता है।
संपूर्ण वर्ष में एक बार वैशाख के महीने में श्री बांके बिहारी जी के दर्शन किए जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि बहुत समय पहले महीरथ नाम का एक राजा रहा करता था जिसने केवल वैशाख स्नान से वैकुंठधाम प्राप्त किया था। वैशाख के महीने में सुबह सूर्योदय से पहले उठकर भगवान विष्णु की पूजा करना तथा मंत्रों का जाप करना बेहद लाभदायक होता है। इस महीने में पवित्र नदियों में स्नान करने का भी विशेष महत्व है जो जरूर करना चाहिए।
सूर्य देव को अर्घ्य देते समय इस मंत्र का करें जाप
वैशाख मास में सुबह प्रातः काल उठकर स्नान करने के बाद तथा सूर्य देव को अर्घ्य देते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
वैशाखे मेषगे भानौ प्रात: स्नानपरायण:।
अध्यं तेहं प्रदास्यामि गृहाण मधुसूदन।।
भगवान विष्णु की पूजा के बाद इन मंत्रों का करें जाप
वैशाख माह में भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए और आर्थिक लाभ से लेकर सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त करने के लिए भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद इन मंत्रों का जाप करना चाहिए।
ॐ हीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः
संतान सुख पाना चाहते हैं तो इस मंत्र का जाप करें
ॐ क्लीं कृष्णाय नमः
सर्वकल्याण के लिए इस मंत्र का जाप करें
ॐ नमो नारायणाय
वैशाख मास में ध्यान मंत्र का करें जाप
ॐ विश्वं विष्णुवर्षट्कारो भूतभव्यभवत्प्रभु:।
भूतकृभ्दूतभृभ्दावों भूतात्मा भूतभावन:।।