- ऐसे में बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है
- बच्चे पढ़ाई की और कॉन्सन्ट्रेट नहीं कर पाते हैं, ऐसे बच्चे पढ़ाई का नाम सुनकर ही दूर भागते हैं
- पढ़ाई के अलावा उन्हें सब अच्छा लगता है
Vastu Tips For Kids Room: बच्चे चंचल होते हैं उनका मन इधर-उधर लगा रहता है। बच्चों के अंदर चंचलता अच्छी चीज है, लेकिन कई बार इसका नुकसान पढ़ाई पर होता है। ऐसे में बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है। बच्चे पढ़ाई की और कॉन्सन्ट्रेट नहीं कर पाते हैं, ऐसे बच्चे पढ़ाई का नाम सुनकर ही दूर भागते हैं। पढ़ाई के अलावा उन्हें सब अच्छा लगता है। बच्चों की इन आदतों से मां-बाप काफी परेशान रहते हैं। ऐसे में बच्चों को डांटना फटकारना भी सही नहीं होता है, क्योंकि बच्चों का दिल नाजुक होता है और वह छोटी-छोटी बातों को अपने ऊपर ले लेते हैं, लेकिन अगर डांटने फटकारने की जगह वास्तु के उपायों को किया जाए तो यह काफी फायदेमंद हो सकता है। वास्तु में ऐसे कुछ उपाय बताए गए हैं जो बच्चों का ध्यान पढ़ाई की ओर केंद्रित करते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में...
बच्चों के स्टेडी रूम में लगाएं मोमबत्ती
वास्तु शास्त्र के अनुसार बच्चों के स्टडी रूम में मोमबत्ती जरूर लगाना चाहिए। इससे उनका मन पढ़ाई की ओर केंद्रित होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार बच्चों के कमरे की पूर्वी उत्तर पूर्वी या दक्षिणी भाग में मोमबत्ती जलाने से बच्चे पढ़ाई की ओर आकर्षित होते हैं। उनका पढ़ाई में मन लगता है। साथ ही उनकी बौद्धिक क्षमता भी बढ़ती है।
इस दिशा में रखें स्टडी टेबल
बच्चों की स्टडी टेबल का आकार रैक्टेंगल होना चाहिए। अनियमित आकार कुछ लोगों को आकर्षित लग सकता है, लेकिन यह बच्चों की पढ़ाई पर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। यह ध्यान रखें कि स्टडी टेबल का मुख हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए।
नाभि पर लगाएं केसर का तिलक
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर बच्चों की पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता है तो आप उनकी जेब में एक फिटकरी का टुकड़ा रख दें और रोजाना अपने बच्चे के माथे तथा नाभि पर केसर का तिलक लगाएं।
दान करें पुस्तकें व पेन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बच्चे की पढ़ाई में इंटरेस्ट बढ़ाने के लिए हर गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के मंदिर में अपनी सामर्थ्य अनुसार पुस्तकें और पेन का दान करें। ऐसा करना शुभ माना जाता है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)