- वास्तु शास्त्र के अपने खास नियम होते है
- इससे जुड़ा एक जूता चप्पल पहनने का भी नियम होता है
- वास्तु शास्त्र के नियमों को अपनाने से काम सभी काम शुभकारी होते है
नई दिल्ली: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में कई ऐसे जगह होते है, जो बेहद पवित्र माने जाते हैं। इन जगहों पर जूते चप्पल पहनकर ना जाना बेहद लाभकारी माना जाता है। ऐसी मान्यता है, कि ऐसे स्थानों पर जूते चप्पल पहनकर जाने से ना सिर्फ भाग्य खराब होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जूता चप्पल पहनकर जाने से घर में नकारात्मक शक्तियां भी प्रवेश कर जाती है। यदि आप वैसे स्थानों पर जूते चप्पल उतारकर जाए, तो पैसा, स्वस्थ शरीर और हंसता खेलता परिवार पा सकते हैं।
1. स्टोर करने वाली जगह पर ना पहने चप्पल जूते
घर में अक्सर महिलाएं ज्यादा से ज्यादा चीजों को घर में पहले से संरक्षित रखती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार वैसी जगह बेहद पवित्र मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार वैसे जगहों पर मां लक्ष्मी का वास होता है। वैसे जगहों पर जूते-चप्पल पहनकर कभी नहीं जाना चाहिए। वैसी जगह पर जूते चप्पल पहनने से आवश्यक संसाधनों की अपर्याप्त आपूर्ति हो जाती है।
वास्तु शास्त्र में तिजोरी के स्थान को बेहद खास स्थान माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार उस स्थान पर साक्षात मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार वैसी जगहों पर कभी भी भूल कर भी जूते चप्पल पहनकर नहीं जाना चाहिए। ऐसी जगह पर जूते-चप्पल पहनकर जाने से मां लक्ष्मी रुष्ट होती है और आपका भाग्य रुठ सकता है।
3. रसोई घर में ना पहने भूलकर भी जूते चप्पल
रसोईघर का स्थान वास्तु में बेहद खास माना जाता है। यह स्थान ना केवल हमारा पेट भरता है, बल्कि इसे मां लक्ष्मी का स्थान माना जाता है। ऐसी मान्यता है, कि मां लक्ष्मी के रसोई घर होने की वजह से ही व्यक्ति स्वस्थ निरोग रहता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसी जगहों पर जूते चप्पल पहनकर जाने से देवी लक्ष्मी, देवी अन्नपूर्णा नाराज हो सकती है और आपके घर में दरिद्रता आ सकती है।
हिंदू धर्म में मंदिर देवी-देवताओं का स्थान माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार वैसी जगह पर चप्पल जूता कभी पहन कर नहीं जाना चाहिए। ऐसी जगह पर जूते चप्पल पहनकर जाने से धन की हानि, स्वास्थ्य में गिरावट, जीवन की गुणवत्ता में गिरावट आ सकती है। इसलिए श्रेयस्कर यहीं है कि आप इन जगहों पर जूता चप्पल नहीं पहनकर जाए।