- विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखने से पुण्य की प्राप्ति होती है
- गणेश जी के पूजन से जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं
- विनायक चतुर्थी पर चंद्र देव को अर्घ्य देकर व्रत खोलें
Vinayak Chaturthi 2021 Moonrise Time Today: विनायक चतुर्थी 2021 हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह दिन भगवान श्री गणेश को समर्पित होता है। यह व्रत शुक्ल पक्ष के दौरान चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 9 अक्टूबर यानि आज है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने वाले भक्तों को बाधा रहित जीवन की प्राप्ति होती है। साथ ही उसके सभी कष्ट दूर होते हैं। दिन में भगवान की पूजन के बाद रात में चांद निकलने पर अर्घ्य दें।
हर शहर के लिए चन्द्र उदय (Chandroday) का समय अलग-अलग होता है। कुछ पर्व और त्यौहारों ऐसे होते हैं जिसे मनाने के लिए पंचांग में चंद्रोदय के समय पड़ने वाली तिथियों को ज्यादा महत्व दिया जाता है। चंद्र उदय के अनुसार ही पर्व और त्यौहार की तिथियों को निर्धारित किया जाता है। गणेश व्रत चंद्र अर्घ्य देने पर पूर्ण माना जाता है। तो क्या है आज के चंद्रोदय का समय आइए जानते हैं।
चांद निकलने का समय
चंद्रोदय समय सुबह के 09:11 बजे
चंद्र अस्त समय रात के 08:11 बजे
अर्घ्य देते समय इस मंत्र का करें जाप
गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते।
गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक॥
गणेश पूजा के खास मंत्र
मंत्रों के बिना कोई भी पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है। इसलिए आज विनायक चतुर्थी के मौके पर गणेश जी की आराधना करते समय उनके कुछ विशेष मंत्रों का जाप करें। इससे मनोकामनाओं की पूर्ति समेत दुखों का नाश होगा।
1.ओम श्रीं गम सौभाग्य गणपतये
वरवर्द सर्वजनं में वाष्मण्य नमः
2.वक्रतुंडा महाकाय सूर्यकोटि सम्प्रभा:
निर्विघ्न कुरु में देव सर्व कार्येशु सर्वदा
3.ओम एकदंते विधमहे,
वक्रतुंडा धिमही
तन्नो दंति प्रचोदयात।