- वृषभ संक्रांति के दिन भगवान सूर्य और भगवान शिव की पूजा की जाती हैं
- इस दिन गौ दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है
- यहां आप वृषभ संक्रांति की तिथि और महत्व जान सकते हैं
Vrishabha Sankranti 2022 Date: हिंदू धर्म में वृषभ संक्रांति का खास महत्व है। ऐसी मान्यता है, कि इस दिन दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृषभ संक्रांति के दिन भगवान सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगें। आपको बता दें, इस दिन से ही जेष्ठ मास प्रारंभ हो जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले संक्रांति को वृषभ संक्रांति कहा जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इसे साल का दूसरा महीना माना जाता है। वृषभ संक्रांति के दिन गौ दान करना बहुत शुभ होता है। भक्त इस दिन भगवान सूर्य और भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। यदि आप भी वृषभ संक्रांति के दिन पूजा करने की सोच रहे हैं, तो यहां आप इसकी तारीख और महत्व जान सकते हैं।
When is Vrishabha Sankranti 2022, कब है वृषभ संक्रांति
ज्येष्ठ माह में पड़ने वाली संक्रांति को वृषभ संक्रांति कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2022 में वृषभ संक्रांति 15 मई को मनाई जाएगीं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन भगवान सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
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Vrishabha Sankranti Ka Mahatva
हिंदू धर्म के अनुसार वृषभ संक्रांति के दिन गौ दान करने का विशेष महत्व है। इस दिन भक्त प्रातकाल उठकर भगवान सूर्य और भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। आपको बता दें इस दिन भगवान शिव के रिषभरूद्र रूप की पूजा की जाती है। वृषभ संक्रांति के दिन गरीब, ब्राह्मण और जरूरतमंदों को दान करने, मंत्र उच्चारण, पितृ तर्पण, पूजा और पवित्र नदियों में स्नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती हैं। पंडित के अनुसार वृषभ संक्रांति के दिन ब्राह्मणों को पानी से भरा घड़ा दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। यदि आप वृषभ क्रांति के दिन भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ उनके वाहन नंदी बैल की भी पूजा करें, तो आपके ऊपर भगवान शिव की विशेष कृपा बरसती है।
(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)