हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 'पूर्णिमा' वह दिन होता है जिस दिन चांद अपने पूरे आकार में निकलता है। प्रत्येक महीने में एक बार पूर्णिमा जरूर आती है। हिंदू धर्म में इसे बेहद लाभकारी और पुण्यदायी माना गया है। इस दिन स्नान, दान और व्रत रखने की परंपरा होती है।
वहीं, वैज्ञानिक नजरिए से पूर्णिमा के दिन चंद्रमा समुद्र के पानी को ऊपर की ओर खींचता है। इस दिन जल की गति और गुण बदल जाने की वजह से इसका असर मनुष्यों के शरीर पर भी पड़ता है। बता दें कि साल की 12 पूर्णिमाओं में कार्तिक पूर्णिमा, वैशाख पूर्णिमा, माघ पूर्णिमा, शरद पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, बुद्ध पूर्णिमा को विशेष महत्व होता है। पूर्णिमा का व्रत पूर्णिमा के दिन या पूर्णिमा के एक दिन पहले यानि कि चतुर्दशी के दिन पूर्णिमा तिथि के आधार पर रखा जा सकता है। इस दिन लोग अपने घरों में भगवान सत्यनारायण की पूजा और कथा भी करवाते हैं। यहां देखें साल 2020 में आने वाली पूर्णिमा की तिथि:
2020 में कब है पूर्णिमा (List of Purnima Tithi 2020)
शुक्रवार, 10 जनवरी | पौष पूर्णिमा व्रत |
रविवार, 09 फरवरी | माघ पूर्णिमा व्रत |
सोमवार, 09 मार्च | फाल्गुन पूर्णिमा व्रत |
बुधवार, 08 अप्रैल | चैत्र पूर्णिमा व्रत |
गुरुवार, 07 मई | वैशाख पूर्णिमा व्रत |
शुक्रवार, 05 जून | ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत |
रविवार, 05 जुलाई | आषाढ़ पूर्णिमा व्रत |
सोमवार, 03 अगस्त | श्रावण पूर्णिमा व्रत |
बुधवार, 02 सितंबर | भाद्रपद पूर्णिमा व्रत |
गुरुवार, 01 अक्टूबर | आश्विन पूर्णिमा व्रत |
शनिवार, 31 अक्टूबर | अश्विन पूर्णिमा व्रत |
सोमवार, 30 नवंबर | कार्तिक पूर्णिमा व्रत |
बुधवार, 30 दिसंबर | मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत |