- आज श्री सूक्त के पाठ करने का बहुत सुंदर अवसर है।
- त्रिपिंडी श्राद्ध के लिए अमावस्या सर्वोत्तम तिथि है।
- अमावस्या की रात्रि को काली उपासना व व्रत का अनन्त पुण्य है।
30 April 2022 Ka Panchang: आज वैशाख माह कृष्ण पक्ष की अमावस्या है। अश्वनी नक्षत्र है। आज शनि अमावस्या का पावन व्रत है। भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ माता लक्ष्मी जी की पूजा भी करें। आज श्री सूक्त के पाठ करने का बहुत सुंदर अवसर है। मंदिर में विष्णु जी का दर्शन करें। श्री रामचरितमानस का पाठ करें। गीता के पाठ का आज बहुत महत्व है। रात्रि में चन्द्रमा को दुग्ध से अर्ध्य दें व शिवपूजा के लिए मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध,गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें। अमावस्या में कई तांत्रिक उपासना होती है। त्रिपिंडी श्राद्ध के लिए अमावस्या सर्वोत्तम तिथि है। आज माता काली जी की स्तुति करें। आज दान का बहुत महत्व व पुण्य है। आज पुण्य संचय करने का महान दिवस है। अमावस्या की रात्रि को काली उपासना व व्रत का अनन्त पुण्य है।
प्रातःकाल पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
आज का पंचांग 30 अप्रैल 2022 (Today Panchang)
दिनांक | 30 अप्रैल 2022 |
दिवस | शनिवार |
माह | वैशाख, कृष्ण पक्ष |
तिथि | अमावस्या |
सूर्योदय |
05:42 am |
सूर्यास्त | 06:57 pm |
नक्षत्र | अश्वनी |
सूर्य राशि | मेष |
चन्द्र राशि |
मेष |
करण | चतुष्पद |
योग |
प्रीति |
अभिजीत मुहूर्त | 11:53 am से 12:45 pm तक। |
विजय मुहूर्त | 02:31 pm से 03:26 pm तक |
गोधुली मुहूर्त | 06:41 pm से 07:06 pm तक |
राहुकाल का समय प्रातःकाल 09 बजे से 10:30 बजे तक है। इस दौरान शुभ काम को करने से परहेज करें।