- विवाह की अड़चन दूर करने के लिए ज्वार चढ़ाएं
- धन की कमी दूर करने के लिए शिवजी को चावल चढ़ाएं
- संतान प्राप्ति के लिए विष्णु जी को गेहूं चढ़ाएं
ज्योतिष शास्त्र में अनाज का महत्व धार्मिक लिहाज से भी बहुत होता है। अनाज का धार्मिक और पूजा में महत्वपूर्ण माने गए हैं। मान्यता है कि हर फसल के पहले अनाज को भगवान को समर्पित करना चाहिए। ऐसा कर के मनुष्य भगवान के प्रति कृतज्ञता को जताता है। लेकिन आपको पता है कि कुछ अनाज हमेशा पूजनीय होते है और यही कारण है कि पूजा में इनका प्रयोग हमेशा होता है।
चावल यानी अक्षत को चढ़ाने के बारे में तो सब जानते हैं लेकिन आपको पता है कि तीन और अनाज हैं जो भगवान के चरणों में चढ़ाया जाता है। ऐसा करने से मनुष्य की मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं। इन अनाज को कैसे चढ़ाएं और इन्हें चढ़ाने से कौन सी कामना पूरी होगी, आइए जानें।
इन अनाज को पूजा में चढ़ाकर पूरी करें अपनी मनोकामनाएं
1. अचल लक्ष्मी की चाह हो या आर्थिक संकट से छुटकारा चाहिए तो आपको चावल के उपाय करने चाहिए। भगवान शिव को ऐसा चावल चढ़ाएं जिसे सात बार अच्छी तरह से धोया गया है। ऐसा करने से आपको कभी धन संकट नहीं होगा।
2. यदि आपको संतान की कामना है और संतान सुख से आप वंचित है तो आपको भगवान विष्णु को गेहूं की उत्तम किस्म को चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी।
3. यदि आप बेरोजगार हैं या नौकरी में संकट मंडरा रहा तो आपको मां दुर्गा के मंदिर में जा कर खड़ा मूंग जरूर चढ़ाना चाहिए। इससे रोजगार के नए राह खुलेंगे।
4. यदि विवाह में देरी हो रही या विवाह तय हो कर टूट जाता है तो आपको भगवान गणपति जी को गुरुवार के दिन हल्दी और ज्वार जरूर चढ़ाएं। ऐसा करने से विवाह के योग जल्दी बनेंगे।
5. बेटी को विदाई के समय उसके आंचल में चावल और कुछ दक्षिणा रखकर देना चाहिए। इससे उसके अपने घर में हमेशा सौभाग्य बना रहेगा।
तो अब अनाज चढ़ाकर आप भगवान के समक्ष अपनी कामनाएं रखें, ताकि वह पूरी हो सके।