- हनुमानजी के साथ भैरवजी की भी पूजा जरूर करें
- शनिवार को पीपल के पेड़ में जल दें और दीप जलाएं
- सुंदरकांड का पाठ करें और रोज हनुमान चालिसा पढ़ें
शनि ग्रह की चाल बहुत टेढ़ी होती है। ऐसे में इस ग्रह से बचने के लिए हर कोई प्रयास करता है और यही कारण है कि लोग शनिवार के दिन शनि को प्रसन्न करने के लिए तमाम उपाय करते हैं, लेकिन साढ़े साती और ढैय्या ऐसे शनि के दो प्रकोप हैं, जिसका नाम सुन कर ही लोग कांपने लगते हैं। ऐसे में इन दो प्रकोप से बचने के लिए कुछ ऐसे प्रभावशाली उपाय करने चाहिए जो इनके कष्ट से मुक्ति दे सकें और शनि को प्रसन्न भी कर सकें। शनि न्याय के देवता हैं और ये जब प्रसन्न होते हैं तो रंक को राजा और नाराज होते हैं तो राजा को रंक बना देते हैं। यही कारण है शनि को हमेशा प्रसन्न रखने का प्रयास करना चाहिए।
आइए जानते हैं कि वो कौन से उपाय हैं जो शनि के हर प्रकोप से बचा सकता है
1.शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या के अलावा यदि आपकी कुंडली में शनि ग्रह नीच स्थान पर बैठा है तो आप घर में मिट्टी के घड़े या कलश में शहद डाल कर उसे किसी भी मंदिर में दान कर दें। शनि को प्रसन्न करने का इससे बड़ा उपाय कोई और नहीं होगा। साथ ही घर में शहद रखने और खाने के लिए भी इसे मिट्टी के बर्तन में ही रखें। इससे दिल, दिमाग दोनों ही शांत रहेंगे।
2. यदि शनि का प्रकोप जातक पर टेढ़ा हो तो ऐसे लोगों को अपने जीवन में बहुत सावधानी के साथ चलना चाहिए। ऐसे लोगों को परस्त्री प्रेम, झूठी गवाही, जुआ, शराब आदि से दूर रहना चाहिए। साथ ही किसी का अपमान न करें, धार्मिक कार्य करें, गरीब की मदद करें, अपाहिज लोगों की सहायता करें। साथ ही कुत्ते, सांप, भैंस और कौए को कभी न मारें। कभी भी ऐसे लोग नीले और काले कपड़े ना पहनें।
3. साढ़े साती, ढैय्या या शनि के नीच होने पर आपको रोज हनुमान चालीसा पढ़ना चाहिए। मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमानजी के मंदिर में तिल या सरसों के तेल का दीया जलाएं। शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करें साथ ही शनिवार को पीपल के पेड़ में जल दें और शाम को दीया भी जलाएं।
4.शनि का प्रकोप जिन पर होता है उनको किसी भी मंदिर में चार चीजों का दना जरूर करना चाहिए। छाता, जूता , काले सरसों और काले तिल या उड़द का दान।
5.शनिदेव की उपासना के साथ ही शनि ग्रह से प्रभावित लोगों को शनि ग्रह के स्वामी भगवान भैरव की पूजा भी करनी चाहिए, साथ ही उनसे गलती की मॉफी भी मांगे। इसके लिए भैरव जी को शराब औ दूध चढ़ाएं और रविवार के दिन ऐसा करें। शनि की शांति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी करें।
ये पांच उपाय शनि से मिल रहे हर तरह के कष्ट से मुक्त कर सकता है। पांचों उपायों में से आप कोई एक उपाय कर सकते हैं।