Lal Kitab Ke Upay: कई बार हमें आर्थिक तंगी और पैसे की कमी का सामना करना पड़ता है जिससे जीवन में बहुत सी परेशानियां आ जाती हैं और इन समस्याओं के पीछे की वजह होते हैं ग्रह और नक्षत्र। जिनका समय रहते उपाय करना बहुत जरूरी होता वर्ना यह समस्याएं और बढ़ती जाती हैं। इन ग्रह- नक्षत्र का उपाय उन्ही के मुताबिक करना चाहिए और अगर इनका उपाय इस तरह किया जाए कि इसके परिणाम शत- प्रतिशत हों तो इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता।
ग्रहों के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए यह जरूरी है कि ग्रहों की चाल को समझा जाए। जैसे यह जानना जरूरी है कि किस ग्रह के कारण आपको समस्या आ रही है। ये जानने के बाद आप ग्रहों के प्रभाव को कम या बढ़ा सकते हैं। तो आज जानते हैं कि दिन यानी वार के अनुसार वो उपाय जो आपकी सोती किस्मत को जगा कर चमकाने का काम करेंगे।
ये हैं लाल किताब का 7 चमत्कारी उपाय
- कुंडली में चंद्र दोष होने पर सोमवार के दिन आपको लाल किताब के अनुसार उपाय करना होगा। सोमवार का दिन भगवान चंद्र का होता है। इस दिन खीर बनाकर दूसरों को खिलाएं लेकिन खुद ना खाएं। ऐसा करने से चंद्रमा का नीच प्रभाव आप पर कम होगा और चंद्र मंजबूत होगा। इस दिन आप सफेद कपड़े पहना करें।
- अगर आपका मंगल भारी है तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की स्तुति करें और इस दिन लाल रंग की चीजों का दान करें। इस दिन मसूर की दाल का दान करना बेहद शुभ माना गया है। मालूम हो कि मंगलवार की दिन हनुमान जी का होता है।
- बुधवार के दिन भगवान गणेश जी का होता है। अगर आपका बुध कमजोर है तो आप हरे रंग की चीजों का दान करें। बुधवार के दिन साबुत मूंग की दाल का दान करें, लेकिन याद रखिए उसका सेवन न करें।
- गुरुवार का दिन भगवान बृहस्पति का होता है और इस दिन पीले रंग का बहुत महत्व होता है। बृहस्पतिवार को आप किसी ब्राम्हण को पीले रंग के वस्त्र दान करें। कढ़ी चावल का सेवन करना फलदायी माना जाता है।
- मान-सम्मान और यश-समृद्धी का ग्रह शुक्र होता है, अगर आपका शुक्र कमजोर हो तो कुछ नहीं मिलता। इसलिए शुक्र को मजबूत बनाने के लिए शुक्रवार के दिन संपूर्ण भाग्य के लिए दही अवश्य खाएं।
- शनिवार का दिन शनिदेव का होता है। इस दिन आप पीपल के पेड़ में शाम को जल चढ़ाएं और तिल के तेल का दीपक जलाएं। हर शनिवार ये उपाय करने से शनि के प्रकोप से बचा जा सकता है।
- रविवार का दिन सूर्य भगवान को समर्पित है। इस दिन जल में गुड डालें और इससे सूर्य को अर्घ्य दें या इसे नदी में भी प्रवाहित कर सकते हैं, ऐसा करने से सूर्य भगवान की कृपा आप पर होगी।