मंगलवार का दिन हनुमान जी को सर्पित होता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करने वालों को न सिर्फ ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। बल्कि उन्हें सुबह सुबह उठ कर नहा धो कर भगवान हनुमान की पूजा से पहले श्रीराम व माता सीता को याद करना चाहिये। उसके बाद हनुमान जी की मूर्ति स्थापित कर पूरी विधि विधान के साथ पूजा करनी चाहिये।
इन सब चीजों के साथ साथ हनुमान जी के 12 नाम भी जपने चाहिये। ऐसा करने से जीवन में आए सभी प्रकार के दुख हमेशा हमेशा के लिये कट जाते हैं। भक्तों को जानकर प्रसन्नता होगी कि हनुमान जी के इन 12 नामों को जपने से कष्टों से मुक्ति मिलती है क्योंकि इनमें नामों की महिमा काफी ज्यादा है। हनुमान जी के 12 नाम का पाठ करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से भी छुटकारा मिलता है। ये स्तुति आनंद रामायण में बताई गई है। यहां पढ़ें मंगलवार को हनुमान जी के कौन कौन से 12 नाम पढ़ने से कष्टों का निवारण होता है....
मंगलवार को करें हनुमान जी के इन 12 नामों का पाठ
1. हनुमान, ॐ श्री हनुमते नमः।
अर्थ - भक्त हनुमान, जिनकी ठोड़ी में दरार हो।
2. अञ्जनी सुत, ॐ अञ्जनी सुताय नमः।
अर्थ - देवी अंजनी के पुत्र
3. वायु पुत्र, ॐ वायुपुत्राय नमः।
अर्थ - पवनदेव के पुत्र
4. महाबल, ॐ महाबलाय नमः।
अर्थ - जिसके पास बहुत ताकत हो।
5. रामेष्ट, ॐ रामेष्ठाय नमः।
अर्थ - श्रीराम के प्रिय
6. फाल्गुण सखा, ॐ फाल्गुण सखाय नमः।
अर्थ - अर्जुन के मित्र
7. पिङ्गाक्ष, ॐ पिंगाक्षाय नमः।
अर्थ - जिनकी आंखे लाल या सुनहरी है।
8. अमित विक्रम, ॐ अमितविक्रमाय नमः।
अर्थ - जिसकी वीरता अथाह या असीम हो।
9. उदधिक्रमण, ॐ उदधिक्रमणाय नमः।
अर्थ - एक छलांग में समुद्र पार करने वाले
10. सीता शोक विनाशन, ॐ सीताशोकविनाशनाय नमः।
अर्थ - माता सीता का दुख दूर करने वाले
11. लक्ष्मण प्राण दाता, ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः।
अर्थ - लक्ष्मण के प्राण वापस लाने वाले
12. दशग्रीव दर्पहा, ॐ दशग्रीवस्य दर्पाय नमः।
अर्थ - दस सिर वाले रावण का घमंड नाश करने वाले
12 नामों के लाभ क्या हैं और इन्हें इनका प्रयोग कैसे करें : सुबह और रात के अलावा कोई भी नया कार्य शुरू करने से पहले इन नामों का स्मरण करना चाहिये। पीले कागज पर लाल रंग से लिखकर इन नामों को घर के मुख्य द्वार और पूजा स्थान पर भी लगा सकते हैं। सुबह सुबह इनका नाम लेने से व्यक्ति की उम्र बढ़ जाती है।
रात को नाम जपने से विरोधी परास्त होते हैं।