- इस बार नवरात्रि 29 सितंबर से शुरू हुई है और 8 अक्टूबर को विजयादशमी को दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन होगा
- 6 अक्टूबर को महाअष्टमी और 7 अक्टूबर के दिन महानवमी की पूजा होगी
- व्यापार में तरक्की पाने के लिये मां दुर्गा के मंदिर जा कर अपनी गलतियों की माफी मांगे
शारदीय नवरात्रि का महापर्व शुरू हो चुका है। इस पवित्र सप्ताह में अष्टमी और नवमी का दिन बेहद खास होत है। इस दिन मां दुर्गा की मन से पूजा करने पर सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। बता दें कि इस बार 6 अक्टूबर को महाअष्टमी और 7 अक्टूबर के दिन महानवमी की पूजा होगी।
अष्टमी और नवमी दोनों ही दिन कन्या पूजन का विधान है। इस बार नवरात्रि 29 सितंबर से शुरू हुई है और 8 अक्टूबर को विजयादशमी को दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन होगा। हालांकि कई जगह विसर्जन मंगलवार के मान के कारण 7 अक्टूबर को भी कर दिया जाएगा। हिन्दू पंचांग और धर्म ग्रंथों के अनुसार यदि भक्त के जीवन में किसी भी प्रकार का कष्ट है तो उससे छुटकारा पाने के लिये वे अष्टमी और नवमी के दिन कुछ विशेष टोटके और उपाय कर सकते हैं। इन उपायों का उल्लेख श्रीमद्ध देवीभागवत महापुराण में दिया गया है।
अष्टमी-नवमी में करें पान के पत्ते का उपाय, इच्छा होगी पूरी
- व्यापार में तरक्की पाने के लिये मां दुर्गा के मंदिर जा कर अपनी गलतियों की माफी मांगे। माता को पान बीड़ा चढ़ाएं और 9 मीठे पान कन्याओं को दान करें।
- अगर दांपत्य जीवन में व्यवधान हो और पति पत्नी में अनबन हो तो नवमी की रात चंदन और केसर पाउडर मिलाकर पान के पत्ते पर रखें । फिर दुर्गा मां की फोटो के सामने बैठ कर चंडी स्तोत्र का पाठ करें। रोजाना इस पाउडर का तिलक लगाएं।
- अगर घर में पैसों की तंगी चल रही है तो नवमी तिथि या अष्टमी तिथि को माता का ध्यान कर घर के मंदिर में गाय के गोबर के उपले पर पान, लौंग, कर्पूर व इलायची के साथ कुछ मीठा डालकर माता को हवन में आहुति दें।
- अगर आपके दैनिक जीवन के कार्यों में बहुत रुकावटें आ रही हैं तो माता के मंदिर में पान बीड़ा चढ़ाएं। इस पान में कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बूरा और सुमन कतरी के साथ ही लौंग का जोड़ा रखें। इसमें सुपारी व चूना न डालें।
- बुरी नजर से बचाव के लिए माता के मंदिर में पान रखकर नजर लगे व्यक्ति को पान में गुलाब की 7 पंखुड़ियां रखकर खिलाएं । मान्यता है कि इससे नजर दोष दूर हो जाता है।
- अगर आप अपनी आकर्षण शक्ति बढ़ाना चाहते हैं तो पान के पत्ते की जड़ को माता भुनेश्वरी का ध्यान करते हुए घिसकर तिलक लगाएं ऐसा करने से आपकी आकर्षण शक्ति बढ़ने लगेगी।
- अगर काम में मेहनत करते हैं और सफलता नहीं मिलती हो या विघ्न आते हों तो शुक्ल पक्ष की अष्टमी को.. बेल के कोमल -कोमल पत्तों पर लाल चन्दन लगा कर मां जगदम्बा को अर्पण करने से .... मंत्र बोले " ॐ ह्रीं नमः । ॐ श्रीं नमः । " और थोड़ी देर बैठ कर प्रार्थना और जप करने से राज योग बनता है। गुरु मंत्र का जप और कभी -कभी इन मंत्रों का जाप नवरात्रि में खास तौर पर करें। यह उपाय देवी भागवत में वेद व्यास जी ने बताए हैं।
समृद्धि पाने के लिए माता के मंदिर में जाकर मूर्ति के सामने एक पान के पत्ते पर केसर में इत्र व घी मिलाकर स्वस्तिक बनाएं। अब उस पर कलावा लपेटकर एक सुपारी रखें।