चेहरा देखने के लिये हम सभी के घरों में शीशा लगा हुआ होता है। ऐसे ही घर के किचन में भी कांच के बर्तन या गिलास आदि इस्तेमाल किये जाते हैं। कहते हैं कांच में आत्मा के निगेटिव हिस्सों को कैद करने की शक्ति होती है। इसलिये जब कांच टूटता है तो उसे बुरा माना जाता है। ऐसा इसलिये क्योंकि जब कांच टूटता है तो नकारात्मक शक्ति आजाद हो जाती है।
कुछ लोगों का मानना है कि व्यक्ति जब टूटे हुए कांच के अंदर अपनी परछाईं को देखता है तो उसे शीशे में अपने प्रतिबिंब के साथ उसकी आत्मा भी दिखाई पड़ती है। बहुत से लोग यह भी मानते हैं कि जब कांच टूटता है तो समझो खुद पर आने वाली विपत्ती टल गई। आइये जानते हैं कांच का टूटना आखिर बुरा क्यों माना जाता है।
घर में टूटा कांच रखना होता है अशुभ
जिस तरह से टूटे हुए बर्तन में खाना न खाने की सलाह दी जाती है, उसी प्रकार से टूटे हुए कांच को घर में रखना अशुभ बताया गया है। इसका कारण ऊर्जा का ह्रास माना जाता है।
अपशकुन को टालने के लिये क्या करें
जब कभी भी हाथ से कांच टूट जाए तो पानी में या किसी कुंड में अपनी परछाई देखकर अपशकुन को टालना चाहिये।
कुछ देशों में किया जाता है ये काम
दुनिया में कई देशों के लोगों का मानना है कि कांच जब टूट जाए तो उसके टुकड़ों को चंद्रमा की रोशनी में जमीन के भीतर दबा देना चाहिये। ऐसा इसलिये जिससे उन पर किसी प्रकार की कोई विपत्ति न आए।