शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित किया जाता है। इस दिन पीपल के वृक्ष का पूजन करने से शनि की दृष्टि कम होती है। जिनपर शनि का प्रकोप होता है उनके साथ कई बार अप्रिय घटना हो जाती है। बिजनेस में नुकसान होने लगता है। शनि के प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन व्रत किया जाता है। इसी के साथ शनि देव की मूर्ति पर सरसों का तेल और काले तिल अर्पित करने से शनिदेव शांत हो जाते हैं। इसी के साथ शनि चालीसा का पाठ करना लाभदायक होता है। विशेषकर लोहे का कारोबार करने वाले व्यक्ति को शनिदेव की पूजा और चालिसा का पाठ करना चाहिए। शनिदेव को सबसे क्रूर देव कहा गया है, उनकी दृष्टि से बचने के लिए शनि चालीसा का वीडियो यहां देख सकते हैं।