- हर वर्ष माघ पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है गुरु रविदास जयंती, इस दिन भजन-कीर्तन का होता है आयोजन
- अपने अनमोल वचनों के लिए जाने जाते हैं गुरु रविदास, भक्ति मूवमेंट के रहे हैं भागीदार
- गुरु रविदास को रायदास, रोहिदास और रूहीदास के नाम से भी जाना जाता है
भारत की जमीन पर ऐसे कई महान गुरुओं ने जन्म लिया है जिनका योगदान आज भी लोग भूले नहीं है। इन्हीं में से एक गुरु रविदास थे जिन्होंने भक्ति मूवमेंट को अपनी भागीदारी से हर जगह प्रख्यात कर दिया था। गुरु रविदास के वचनों में इतनी ताकत थी कि लोग उनसे दूर-दूर से मिलने आते थे। कहा जाता है कि अपने भक्तिमय गानों और दोहों की वजह से उन्होंने भक्ति मूवमेंट के उपदेशों को लोगों तक पहुंचाया था।
इतिहासकारों के मुताबिक, संत गुरु रविदास का जन्म 1377 सी.ई. में वाराणसी के मंडुआडीह में हुआ था। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह कहा जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन गुरु रविदास का जन्म हुआ था। इसीलिए माघ पूर्णिमा के दिन संत रविदास का जन्मदिन आस्था के साथ मनाया जाता है।
यहां जानिए गुरु रविदास जयंती की तिथि और क्या होता है इस दिन।
गुरु रविदास जयंती 2021 तिथि और शुभ मुहूर्त
- गुरु रविदास जयंती तिथि: 27 फरवरी 2021, शनिवार
- पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 26 फरवरी 2021 (दोपहर 03:49 से लेकर)
- पूर्णिमा तिथि समाप्त: 27 फरवरी 2021 (दोपहर 01: 46 तक)
जानें गुरु रविदास जयंती कैसे मनाई जाती है
मान्यताओं के अनुसार माघ पूर्णिमा का दिन या गुरु रविदास जयंती बहुत अनुकूल मानी जाती है। इस दिन गुरु रविदास के भक्त पवित्र नदी में स्नान आदि करते हैं और भजन-कीर्तन का आयोजन करते हैं। इस दिन गुरु रविदास के दोहे भी पढ़े जाते हैं। भक्तों के लिए यह दिन किसी त्योहार से कम नहीं होता है।