- बीज मंत्र के जाप से पूरी हो जाती है आस
- नवरात्रि में व्रत न कर पाने पर करें इन मंत्र जाप
- मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए करें इन मंत्रों उच्चारण
29 सितंबर से नवरात्रि शुरू हो रही है। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त नवरात्रि में विशेष पूजा का आयोजन करते हैं। व्रत रख कर मां का आशीर्वाद पाने की कामना करते हैं। कई बार ऐसा होता है कि कुछ कारणों से लोग व्रत का पालन नहीं कर पाते। व्रत न करने से भक्तों को दुख भी बहुत होता है, लेकिन यदि वह व्रत समान पुण्य पाना चाहते हैं तो उसके लिए भी उपाय है। मां को प्रसन्न करने के लिए जो लोग व्रत नहीं कर सकते उन्हें मां दुर्गा के बीज मंत्रों का उच्चारण पूरे नौ दिन करना चाहिए।
ऐसा करने से मां उन्हें उतना ही आशीर्वाद प्रदान करती हैं जितना की उपवास करने वाले भक्तों को। यदि आपकी कोई मनोकामना हो तो आपको मनोकामना के प्राप्ति के लिए विशेष मंत्र का जाप भी करना चाहिए। देवीभागवत पुराण में कुछ ऐसे मंत्रों का वर्णन है जिनसे आप मां को आसानी से प्रसन्न कर सकते हैं।
व्रत न कर पा रहे हो या मनोकमाना की पूर्ति करनी हो तो इन मंत्रों का करें जाप...
व्रत नहीं कर पाने वाले नवरात्रि में करें इन मंत्रों का जाप, मिलेगी मां की कृपा
1. प्रणतानां प्रसीद त्वं देवि विश्वार्तिहारिणि। त्रैलोक्यवासिनामीडये लोकानां वरदा भव।।
सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्ति भूते सनातनि। गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोऽस्तु ते।।
2. सुदंर-सुशील वधु चाहिए या आत्मबल की चाह है तो आप इस मंत्र का जाप करें।
पत्नीं मनोरमां देहि नोवृत्तानुसारिणीम्। तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥
3. देवी के इस मंत्र के जाप से आपमें आकर्षण क्षमता विकसित होती है।
ॐ महामायां हरेश्चैषा तया संमोह्यते जगत्, ज्ञानिनामपि चेतांसि देवि भगवती हि सा। बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति।।
4. भूत भविष्य की के ज्ञाता बनना हो तो इस मंत्र का जाप करें।
दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके। मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।।
5. मोक्ष प्राप्ति की चाह तो आपको देवी मां के इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
सर्वस्य बुद्धिरुपेण जनस्य हृदि संस्थिते। स्वर्गापवर्गदे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते।
6. स्वास्थ्य और धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए इस सिद्ध मंत्र का जप करें।
ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः। शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै।।
7. जीवन के संकट से मुक्ति चाहिए तो देवी मां के इस मंत्र का जप करें।
शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे। सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते।।
8. आर्थिक संकट से मुक्ति चाहिए तो आपको इस मंत्र का ध्यान करना चाहिए।
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः। सवर्स्धः स्मृता मतिमतीव शुभाम् ददासि।।
9. किसी भी मनोकामना पूर्ति के लिए इस मंत्र का जप करें।
देहि सौभाग्य मारोग्यम देहीमें परम सुखम
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।
इन मंत्रों के जाप से जहां आपको व्रत समान लाभ मिलता है वहीं आपके कष्ट दूर हो कर आपकी मनोकामना भी पूर्ण होती है।