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Pitru paksha 2019: पितृ पक्ष के दिनों में यदि सपनों में दिखाई दें पूर्वज, तो ये हो सकता है मतलब

Updated Sep 23, 2019 | 07:30 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

श्राद्ध पक्ष में पितरों का तर्पण करने के बाद दान पुण्य किया जाता है। पूर्वज इससे प्रसन्न होकर हमें आशीर्वाद देने के लिए सपने में आते हैं। यहां जानें इन सपनों के और भी मतलब... 

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तस्वीर साभार:&nbspInstagram
Pitru paksha
मुख्य बातें
  • माना जाता है कि श्राद्ध पक्ष में हमारे पूर्वज किसी ना किसी रूप में धरती पर आकर हमें आशीर्वाद देते हैं
  • इस पक्ष में ज्यादातर लोग कौवों, कुत्तों और गायों के लिए भोजन रखते हैं
  • पितृ पक्ष में कुछ लोगों को अपने पूर्वजों का अपने आसपास होने का आभास भी होता है

पितृ विसर्जन हिंदुओं का एक प्रमुख धार्मिक कार्यक्रम है। प्रत्येक वर्ष यह आश्विन मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन लोग विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करते हैं और अपने पितरों का श्राद्ध करते हैं। यही कारण है कि पितृपक्ष को श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है। इस वर्ष श्राद्ध पक्ष 13 सितंबर से प्रारंभ हुआ है और 28 सितंबर को पितृ विसर्जन के साथ समाप्त हो जाएगा।

माना जाता है कि श्राद्ध पक्ष में हमारे पूर्वज किसी ना किसी रूप में धरती पर आकर हमें आशीर्वाद देते हैं। इस पक्ष में ज्यादातर लोग कौवों, कुत्तों और गायों के लिए भोजन रखते हैं और उन्हें अपने पितरों का एक रुप मानते हैं। इसके साथ ही पितृ पक्ष में कुछ लोगों को अपने पूर्वजों का अपने आसपास होने का आभास भी होता है। कहा जाता है कि श्राद्ध पक्ष में पितर सपने में भी आते हैं। आइये जानते हैं पितरों का सपने में आने का क्या अर्थ होता है।

आशीर्वाद प्रदान करने के लिए 
श्राद्ध पक्ष में पितरों का तर्पण करने के बाद दान पुण्य किया जाता है। पूर्वज इससे प्रसन्न होकर हमें आशीर्वाद देने के लिए सपने में आते हैं। पितरों का सपने में आने का मतलब यह है कि उन्होंने आपके श्राद्ध को स्वीकार कर लिया है। वह आपको सुखी और संपन्न रहने के लिए आशीर्वाद प्रदान करने आये हैं।

वस्तु दान करने के लिए
ज्यादातर लोगों के सपने में जब पूर्वज आते हैं तो उनसे किसी वस्तु की मांग करते हैं। आपको सपने में ही पता चल जाता है कि वे क्या मांग रहे हैं। वह अपने लिए खाना, कपड़ा और जूते चप्पल मांग सकते हैं। अगर आपको इस तरह का सपना आता है तो आपको ये सभी वस्तुएं दान करनी चाहिए क्योंकि आपके पूर्वजों को इनकी जरूरत है।

आत्मा की शांति के लिए
गरुड़ पुराण के अनुसार पितृ पक्ष में पूर्वजों का रोजाना सपने में आना इस बात का संकेत है कि उनकी आत्मा को शांति नहीं है जिसकी वजह से वह भटक रही है। पितरों की आत्मा की शांति के लिए आपको रामायण या गीता का पाठ करना चाहिए। इससे पितरों की आत्मा नहीं भटकती है।

घर परिवार से लगाव के कारण
श्राद्ध पक्ष में सपने में आप अपने पूर्वजों को अपने घर के आसपास भटकते देख सकतेहैं। यह इस बात का संकेत है कि आपके पूर्वजों को अभी भी परिवार से लगाव है। ऐसे सपने आने पर आपको रोजाना गाय को रोटी और गुड़ खिलाना चाहिए और गरीबों को सामर्थ्य अनुसार दान देना चाहिए।

हाल चाल लेने के लिए
माना जाता है कि पितृपक्ष में पूर्वज अपने परिवार को देखने के लिए धरती पर आते हैं और उन्हें सकुशल देखकर बहुत प्रसन्न होते हैं। इस दौरान यदि आपको सपने में अपने ही घर के किसी सदस्य की मौत दिखायी दे तो यह इस बात का संकेत है कि आपके घर में कुछ अच्छा होने वाला है या फिर कहीं से शुभ समाचार मिलने वाला है।

अगर आप भी श्राद्ध पक्ष में अपने पूर्वजों को सपने में देखते हैं तो अपने सपने को समझने की कोशिश करें और पूरे विधि विधान से पितरों का तर्पण करके गरीबों को खूब दान दें।

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