लाइव टीवी

विश्वकर्मा जयंती आज, जानें विश्व के निर्माता भगवान विश्वकर्मा की कृपा प्राप्त करने के लिए मंत्र और पूजा विधि

Updated Feb 25, 2021 | 08:57 IST

हर वर्ष कन्या संक्रांति पर विश्वकर्मा जयंती श्रद्धा-भाव से मनाई जाती है। परंपराओं के अनुसार, विश्वकर्मा जयंती के दिन कार्य स्थलों की पूजा विधिवत तरीके से करनी चाहिए।

Loading ...
vishwakarma jayanti puja Vidhi
मुख्य बातें
  • 25 फरवरी के दिन मनाई जा रही है विश्वकर्मा जयंती, भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से कारोबार में होता है मुनाफा
  • भगवान विश्वकर्मा को माना गया है सृजन का देवता, इंद्रपुरी से लेकर स्वर्ग लोक तक विश्वकर्मा हैं इनके निर्माता
  • विश्वकर्मा जयंती पर करनी चाहिए औजारों और कार्यस्थल की पूजा, फूल और प्रसाद भी करें भेंट

भगवान विश्वकर्मा को इस सृष्टि का रचयिता माना गया है। ‌ शास्त्रों के अनुसार, भगवान विष्णु सृजन के देवता हैं। हर वर्ष कन्या संक्रांति की तिथि पर विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है और भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि कार्य स्थलों की पूजा करने से कारोबार में मुनाफा होता है साथ में धन संपदा में भी बढ़ोतरी होती है। इस वर्ष माघ मास के शुक्ल त्रयोदशी तिथि यानी 25 फरवरी को विश्वकर्मा जयंती मनाई जा रही है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह कहा जाता है कि भगवान ब्रह्मा की आज्ञा से भगवान विश्वकर्मा ने इस ब्रम्हांड का निर्माण किया था। माना जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने स्वर्ग लोक, द्वारिका, इंद्रपुरी, हस्तिनापुर, जगन्नाथपुरी, लंका, भगवान शिव का त्रिशूल, कर्ण का कुंडल, भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र और इस ब्रम्हांड का निर्माण किया था। इतना ही नहीं भगवान विश्वकर्मा को वास्तु देव का पुत्र भी कहा जाता है।

भगवान विश्वकर्मा की कृपा दृष्टि प्राप्त करने के लिए यहां जानिए मंत्र और पूजा विधि।

विश्वकर्मा जयंती पर इन मंत्रों का करें जाप

ॐ आधार शक्तपे नमः

ॐ कूमयि नमः

ॐ अनंतम नमः

ॐ पृथिव्यै नमः

मान्यताओं के अनुसार, विश्वकर्मा जयंती पर इन मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए। कहा जाता है कि मंत्रों का जाप करने से और विधिवत तरीके से पूरा करने से व्यापार में आ रही सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। इतना ही नहीं घर में धन की कमी दूर होने लगती है और सारे कष्टों का निवारण हो जाता है।

विश्वकर्मा जयंती पूजा विधि

विश्वकर्मा जयंती के दिन प्रातः काल उठकर नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर स्नान कर लेना चाहिए। स्नान आदि करने के बाद अपने पूजा घर को साफ कर लेना चाहिए फिर चौकी लगा कर और साफ कपड़ा बिछाकर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा को स्थापित करना चाहिए। आप अपने हाथों में फूल और अक्षत लीजिए और भगवान विश्वकर्मा का ध्यान कीजिए। ध्यान लगाने के बाद ऊपर दिए गए मंत्रों का जाप कीजिए और भोग लगा कर आरती कीजिए। भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने के बाद अपने कार्यस्थल और औजारों की पूजा कीजिए।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल