- नोवाक जोकोविच ने विंबलडन 2021 का खिताब जीता
- नोवाक जोकोविच ने विंबलडन का छठा खिताब जीता
- नोवाक जोकोविच ने करियर का 20वां खिताब जीता
लंदन: विश्व नंबर-1 सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने रविवार को विंबलडन 2021 का ताज अपने सिर सजा लिया है। जोकोविच ने विंबलडन में पुरुषों के सिंगल्स फाइनल में इटली के मैटियो बेरेनटिनी को 6-7 (4), 6-4, 6-4, 6-3 से मात दी। जोकोविच 3 घंटे और 24 मिनट तक कड़ा संघर्ष करने के बाद बेरेनटिनी को मात देने में सफल हुए। बेरेनटिनी पहली बार विंबलडन फाइनल में पहुंचे थे।
नोवाक जोकोविच जोकोविच ने छठी बार विंबलडन खिताब जीता। जोकोविच ने 2011, 2014, 2015, 2018, 2019 और 2021 में विंबलडन खिताब अपने नाम किया। यह नोवाक जोकोविच के करियर का 20वां ग्रैंड स्लैम खिताब है। इसके साथ ही नोवाक जोकोविच महान रोजर फेडरर और राफेल नडाल की बराबरी पर पहुंच गए हैं।
जोकोविच विंबलडन में अपना सातवां जबकि ग्रैंड स्लैम का 30वां फाइनल खेल रहे थे। उन्होंने दर्शाया कि वह क्यों नंबर-1 खिलाड़ी हैं। पहला सेट हारने के बाद सर्बियाई खिलाड़ी ने जोरदार वापसी की और अगले तीन सेट जीतकर खिताब अपनी झोली में डाल लिया। बड़ी बात यह है कि जोकोविच ने इस साल के तीनों ग्रैंड स्लैम खिताब जीते और अब उनकी नजरें टोक्यो ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतने पर होगी।
जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन में नौ, यूएस ओपन में तीन और फ्रेंच ओपन में दो खिताब जीते है। सर्बिया का यह 34 वर्षीय खिलाड़ी अब एक कैलेंडर वर्ष में चारों ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने की राह पर है। यह करिश्मा आखिरी बार 1969 में रॉड लेवर ने किया था। यह जोकोविच का 30वां ग्रैंडस्लैम फाइनल था। केवल फेडरर (31 फाइनल) उनसे आगे हैं। सातवीं वरीयता प्राप्त बेरेनटिनी का यह पहला ग्रैंडस्लैम फाइनल था।
इस फाइनल की एक और विशेषता यह थी मारिजा सीसैक चेयर अंपायर थी। पुरुष फाइनल में अंपायरिंग करने वाली वह पहली महिला बनी। बेरेनटिनी ने शुरू में काफी सहज गलतियां की जिसका फायदा उठाकर जोकोविच ने शुरू में ही उनकी सर्विस तोड़ दी। इसके बाद जब जोकोविच 5-2 से आगे थे तब बेरेनटिनी ने सेट प्वाइंट बचाया।
पहले सेट में पिछड़े जोकोविच
इटली के इस खिलाड़ी ने दर्शकों के समर्थन के बीच अगले गेम में अपनी सर्विस बचायी और फिर ब्रेक प्वाइंट लेकर मैच को टाईब्रेकर की तरफ बढ़ा दिया। बेरेनटिनी ने टाईब्रेकर में शुरू में ही 3-0 की बढ़त बनायी। अपना 30वां ग्रैंडस्लैम फाइनल खेल रहे जोकोविच ने बराबरी की लेकिन बेरेनटिनी ने जल्द ही दो सेट प्वाइंट हासिल कर दिये। उन्होंने ऐस जमाकर पहले सेट प्वाइंट पर यह सेट अपने नाम किया जो एक घंटा 10 मिनट तक चला।
जोकोविच ने फिर दिखाया दम और जीता खिताब
जोकोविच ने दूसरे सेट में भी बेरेनटिनी को वापसी का मौका दिया। सर्बियाई खिलाड़ी ने एक समय 4-0 से बढ़त बना रखी थी लेकिन 5-2 पर अपनी सर्विस पर सेट जीतने में नाकाम रहे। जोकोविच ने 5-3 के स्कोर पर तीन सेट प्वाइंट गंवाये लेकिन अगले गेम में आसानी से अपनी सर्विस पर अंक बनाकर मैच का स्कोर 1-1 से बराबर किया।
तीसरे सेट के तीसरे गेम में जोकोविच ने बेरेनटिनी की सविस तोड़कर 2-1 से बढ़त बनायी और इसके बाद अपनी सर्विस बचाये रखी। उन्होंने छठे गेम में दो ब्रेक प्वाइंट बचाये। उनके पास 5-4 के स्कोर पर दो सेट प्वाइंट पर थे। बेरेनटिनी का फोरहैंड बाहर जाने से उन्होंने दूसरे सेट प्वाइंट पर मैच में बढ़त हासिल की।
शीर्ष वरीयता प्राप्त सर्बियाई खिलाड़ी ने चौथे सेट में बेरेनटिनी के डबल फॉल्ट का फायदा उठाकर 4-3 की बढ़त बनायी और फिर अंतिम गेम में ब्रेक प्वाइंट हासिल किया।