- रिलायंस ने एजीएम के दौरान Jio 5G नेटवर्क की घोषणा की।
- जानिए क्या है जियो 5G
- जानें 4G से कैसे बेहतर है 5G, साथ ही इसके कई फायदे हैं।
भारत में लोग पिछले कुछ समय से 4G/LTE का उपयोग कर रहे हैं। इंटरनेट अपलोड और 3 जी पर डाउनलोड के स्पीड पर नेटवर्क महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हम में से अधिकांश इंटरनेट की स्पीड से खुश हैं क्योंकि हम यूट्यूब पर 1080p वीडियो चलाने में सक्षम है। ऐसे में केवल यही एक फायदा नहीं है जिसकी वजह से 5G को लाना चाहते हैं। 5G के आने से हम न केवल अच्छी स्पीड पा सकते हैं बल्कि पूरी तरीके से अधिक स्टेबल नेटवर्क भी हासिल कर सकते हैं।
4G LTE के साथ, रिलायंस जियो भारत में VoLTE या Voice-over-LTE लेकर आया है। इसका मतलब है कि सभी फोन कॉल 4 जी नेटवर्क पर किए जाते हैं, जबकि फोन को हर बार कॉल करने या प्राप्त करने के लिए 2जी नेटवर्क पर स्विच करने की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही ग्राहकों को न केवल क्रिस्टल क्लियर फोन कॉल का एक्सपीरिएंस मिलता है बल्कि चल रहे फोन के दौरान भी हाई-स्पीड इंटरनेट का उपयोग करने को भी मिलता है।
क्या है जियो 5G
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपने 43 वें एजीएम( वार्षिक जनरल मीट) के दौरान Jio 5G नेटवर्क की घोषणा की। लेकिन बता दें कि 4G से 5G सुनने में जितना आसान लग रहा है उतना आसान है नहीं। इसके लिए यूजर्स को नहीं टेलीकॉम ऑपरेटर को बहुत सारे काम करने की आवश्यकता है। वहीं यूजर्स को सिर्फ एक नए स्मार्टफोन में अपग्रेड करने की आवश्यकता होगी। टेलीकॉम ऑपरेटर को सरकार के स्पेक्ट्रम ऑडिशन के जरिए से उपयोग किए जाने वाले नए स्पेक्ट्रम को खरीदने की आवश्यकता है। इसके अलावा कंपनी को देशभर में उपकरण स्थापित करने की आवश्यकता है, जिसके जरिए नेटवर्क सिग्नल तैनात किए जाएंगे।
वहीं जियो की घोषणा के अनुसार, टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर और उनके उपकरण विक्रेता, दोनों ने 5G नेटवर्क कंपोनेंट के लैब ट्रायल को पूरे कर लिए हैं। हालांकि पब्लिक ट्रायल तब तक शुरू नहीं किए जा सकते जब तक स्पेक्ट्रम की निलामी शुरू नहीं हो जाती है। जियो ने वादा किया है कि जैसे ही वे स्पेरक्ट्रम खरीद लेंगे, वे पब्लिक ट्रायल स्टार्ट कर देंगे। इससे ऐसा कहा जा सकता है कि जियो भारत में 5G को रोल आउट करने वाला पहला नेटवर्क होगा।
4G से बेहतर है 5G?
एक बार रोलआउट शुरू होने के बाद 5G इंटरनेट की स्पीड में महत्वपूर्ण वृद्धि की पेशकश की जाएगी। अपने चरम पर, 5G 20Gbps डाउनलिंक और 10Gbps अपलिंक प्रदान करने में सक्षम है। यह कई यूजर्स के बीच शेयर किया जाएगा, जिसका मतलब है कि अंतिम में यूजर्स को 100Mbps डाउनलोड स्पीड और 50Mbps अपलोड स्पीड का अनुभव मिलेगा। स्पीड प्रदान करने के अलावा, 5G नेटवर्क कम विलंबता भी लाएगा। इसका मतलब कि 5G नेटवर्क के जरिए से गेम भी आसानी से खेल सकते हैं, साथ ही इससे लैग फ्री वीडियो कॉल कर सेकेंगे।
ऐसी उम्मीद की जा रही है कि रिलायंस जियो अगले साल तक 5G ट्रायल कर सकते हैं। कंपनी सभी उपकरणों के साथ सेट है और केवल स्पेक्ट्रम नीलामी का इंतजार कर रही है। हालांकि, नए Jio 5G को आजमाने के लिए यूजर्स को अपने अंत में हार्डवेयर अपग्रेड की आवश्यकता होगी। टेलीकॉम ऑपरेटर ने हाल ही किफायती 5G स्मार्टफोन लॉन्च करने के लिए Google के साथ साझेदारी की है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में लोगों के हाथ में 5G स्मार्टफोन भी होंगे।