- पंडित जवाहर लाल नेहरू की आज 56वीं पुण्यतिथि है
- प्रधानमंत्री नेहरू ने अगस्त 1947 से मई 1964 तक देश की कमान संभाली थी
- जवाहर लाल नेहरु लोगों के साथ ही बच्चों में बेहद लोकप्रिय थे
नयी दिल्ली: आजाद भारत के सबसे पहले प्रधानमंत्री रहे पंडित जवाहर लाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) की आज 56वीं पुण्यतिथि है, देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है, देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू ने अगस्त 1947 से मई 1964 तक देश की कमान संभाली थी।
उनका कार्यकाल लोग आज भी याद करते हैं, उन्होंने भारत की आजादी के बाद देश में विकास की जो नींव रखी थी उसी पर देश आज भी आगे बढ़ रहा है।
जवाहर लाल नेहरु लोगों के साथ ही बच्चों में बेहद लोकप्रिय थे और बच्चे उन्हें चाचा नेहरु के नाम से पुकारते थे, नेहरु जी कई विषयों पर पकड़ थी जिसके चलते देश दुनिया में उनकी बेहद सराहना होती है।
जवाहर लाल नेहरु के कई प्रसिद्ध उद्धरण हैं जो आज के इस दौर में भी प्रासंगिकता रखते हैं, एक नजर उनके कुछ पॉपुलर हिंदी कोट्स ( Popular Quotes in Hindi) पर-
- एक सिद्धांत को वास्तविकता के साथ संतुलित किया जाना चाहिए
- जब तक मैं स्वयं में आश्वस्त हूँ की किया गया काम सही काम है तब तक मुझे संतुष्टि रहती है
- संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है.
- लोगों की कला उनके मन का सही दर्पण है।
- नागरिकता देश की सेवा में निहित है
- संकट में हर छोटी-सी बात का महत्व होता है।
- तथ्य, तथ्य हैं और किसी की पसंद से गायब नहीं होते हैं।
- शांति के बिना अन्य सभी सपने गायब हो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं
- एक महान कार्य में लगन और कुशल पूर्वक काम करने पर भी, भले ही उसे तुरंत पहचान न मिले, अंततः सफल जरूर होता है।
- वह व्यक्ति जिसे वो सब मिल जाता है जो वो चाहता था, वह हमेशा शांति और व्यवस्था के पक्ष में होता है।
- लोकतंत्र अच्छा है, मैं ऐसा इसलिए कहता हूं क्योंकि अन्य प्रणालियां इससे बदतर हैं।
- कार्य के प्रभावी होने के लिए उसे स्पष्ठ लक्ष्य की तरफ निर्देशित किया जाना चाहिए
- संकट और गतिरोध जब वे होते हैं तो कम से कम उनका एक फायदा होता है कि वे हमें सोचने पर मजबूर करते हैं
जवाहरलाल नेहरू स्वतन्त्रता के पूर्व और पश्चात् की भारतीय राजनीति में केन्द्रीय व्यक्तित्व थे। महात्मा गांधी के संरक्षण में, वे भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे और उन्होंने1947 में भारत के एक स्वतन्त्र राष्ट्र के रूप में स्थापना से लेकर 1964 तक अपने निधन तक, भारत का शासन किया।
बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के रूप में जानते हैं
कश्मीरी पण्डित समुदाय के साथ उनके मूल की वजह से वे पण्डित नेहरू भी बुलाए जाते थे, जबकि बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के रूप में जानते हैं। भारत का संविधान 1950 में अधिनियमित हुआ, जिसके बाद उन्होंने आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सुधारों के एक महत्त्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की।
उनके अन्तिम वर्षों में राजनीतिक संकटों और 1962 के चीनी-भारत युद्ध में उनके नेतृत्व की असफलता के बाद भी , वे भारत में लोगों के बीच लोकप्रिय बने रहे, भारत में उनका जन्मदिन बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।