- 60 साल से गुफा में रह रहे 83 साल के संन्यासी ने राम मंदिर को दिए 1 करोड़
- बैंक पहुंचे बाबा का चैक देखकर हैरान रहे रह गए बैंककर्मी
- स्वामी शंकर दास पिछले 60 वर्षों से ऋषिकेश स्थित एक गुफा में रह रहे हैं
ऋषिकेश: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। समाज के विभिन्न तबकों के लोग लगातार दान दे रहे हैं। लेकिन यहां हम आपको एक ऐसे दानी की स्टोरी बता रहे हैं जो 60 सालों से गुफा में रह रहा है और जब वह दानी चैक लेकर बैंक पहुंचा तो बैंकर्मी भी इतनी बड़ी धनराशि देखकर हैरान रह गए। उत्तराखंड के ऋषिकेश में नीलकंठ पैदल मार्ग पर स्थित गुफा में रहने वाले 83 वर्षीय संत स्वामी शंकर दास ने बैंककर्मियों को एक करोड़ रुपये का चैक सौंपा।
फक्कड़ बाबा के नाम से हैं मशहूर
संत शंकर दास पिछले 60 सालों गुफा में रहकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं और उन्हें फक्कड़ बाबा के नाम से भी जाना जाता है। बाबा ने जब एक करोड़ रुपये का चैक बैंककर्मियों को दिया तो वो भी हैरान रह गए। इसके बाद बैंक कर्माचरियों ने चैक में अंकित धनराशि की पड़ताल करने के लिए खाते की जांच की तो अकाउंट में पर्याप्त धनराशि पाई गई। बाबा ने कहा कि आज उनके जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया है।
60 साल से रह हैं गुफा में
संत शंकर दास ने बहुत साधारण जीवन व्यतीत किया है। उनके गुरु टाट वाले थे जो महर्षि योगी, मस्तराम बाबा के समकालीन माने जाते है। पिछले चालील सालों से राम मंदिर के लिए पैसा जुटा रहे संत शकर दास ने सारी भौतिक सुविधाएं त्यागकर एक गुफा को 60 साल से अपना आशियाना बना रखा है। मणिकूट पर्वत की तलहटी पर बसे प्रसिद्ध नीलकंठ महादेव मंदिर की इस गुफा में कई वर्षों से श्रद्धालु आकर दान और चढ़ावा दिया करते थे। बाबा ने इसी पूंजी को सहेजकर इतनी बड़ी धनराशि एकत्र की।
तीन साल में पूरा हो जाएगा काम
आपको बता दें कि राम मंदिर के लिए इन दिनों समाज के विभिन्न तबकों के लोग चंदा दे रहे हैं जिनमें राजनेताओं से लेकर फिल्मजगत और समाज के अन्य वर्गों के लोग शामिल हैं। अभी तक करोड़ों की धनराशि मंदिर निर्माण के लिए जमा हो चुकी है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 36 से 39 महीने में पूरा हो जाएगा।