- पेड़ पर मारा चाकू, निकलने लगा साफ पीने का पानी
- सुरक्षाकर्मी व अन्य वन अधिकारी नजारा देखकर हैं हैरान
- सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो
भारत में सोशल मीडिया पर आए दिन कुछ ना कुछ वायरल होता रहता है। इनमें से कुछ ऐसी चीजें भी होती हैं जो प्रकृति से संबंधित होती हैं और लोगों का दिल जीत लेती हैं। ऐसा ही एक ताजा वीडियो है जो नेट यूजर्स को हैरान भी कर रहा है और उनका दिल भी जीत रहा है। ये वीडियो है एक पेड़ से जुड़ा जिससे पानी निकल रहा है। पानी भी बिल्कुल साफ।
पूर्व भारतीय वन सेवा अधिकारी दिग्विजय सिंह खाटी ने एक ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें कुछ सुरक्षाकर्मी एक पेड़ पर धारदार चीज से वार करते हैं, छाल का कुछ हिस्सा हटते ही पेड़ के अंदर से पानी की धार निकलने लगती है। वहां मौजूद बाकी लोग इस पानी को हाथ में लेते हैं और उनके चेहरे पर हैरानी साफ नजर आती है क्योंकि ये पानी साफ है और पीने लायक भी।
कौन सा पेड़ है ये?
इस वीडियो के साथ ट्वीट में लिखा हुआ है- 'टर्मिनालिया टोमेनटोसा, क्रोकोडाइल बार्क ट्री या सेन। ये पेड़ विपरीत परिस्थितियों में आपकी प्यास बुझाने के काम आ सकता है।'
सोशल मीडिया पर सुपरहिट, मिले अलग-अलग नाम
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है। इस वीडियो को 1 लाख 12 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है जबकि तीन हजार से ऊपर लाइक्स भी मिल चुके हैं। कोई इसे जादुई पेड़ कह रहा है तो कोई इसे झरने वाला पेड़ कह रहा है। एक यूजर ने तो ये भी लिखा कि, शुक्रिया इतना अच्छा वीडियो शेयर करने के लिए, कृपया ये भी बताएं कि कैसे इस धार को रोका जाए ताकि पेड़ को नुकसान भी ना पहुंचे।
इसके जवाब में पूर्व वन अधिकारी खाटी ने लिखा, 'ये कुछ समय तक ऐसा ही रहता है, और फिर खुद ही सूख जाता है। ये जमा किया हुआ पानी होता है, थोड़ा सा पानी निकलने से पेड़ पर कोई असर नहीं पड़ता है।'
कहां-कहां मिलता है ये पेड़
इस पेड़ को टर्मिनालिया एलिपटिका भी कहा जाता है। ये टर्मिनालिया पेड़ों के परिवार का एक हिस्सा है। ये पेड़ दक्षिण भारत और दक्षिण पूर्वी एशिया में भारत, नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया और वियतनाम जैसे देशों में पाया जाता है। ये दक्षिण भारत के सूखे और गीले जंगलों, दोनों में ही पाया जाता है।
अब तक ये तो पता नहीं कि ये पेड़ कैसे पानी को स्टोर करता है और इसका प्राकृतिक नजरिए से क्या महत्व है। पेड़ों की ये प्रजाति सूखे मौसम के दौरान पानी को स्टोर करते हैं, वहां रहने वाले आम लोग कभी-कभी इसका उपयोग भी करते हैं।