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कभी हिटलर को भी किया गया था नोबेल के लिए नामित, खूब हुई थी किरकिरी

Updated Sep 12, 2020 | 15:37 IST

Nobel peace prize controversy: नोबेल पुरस्‍कार को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्‍कारों में गिना जाता है, लेकिन इससे कई विवाद भी जुड़े हैं, जिनमें एक हिटलर को नोबेल शांति पुरस्‍कार के लिए नामित किया जाना भी है।

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तस्वीर साभार:&nbspYouTube
कभी हिटलर को भी किया गया था नोबेल के लिए नामित, खूब हुई थी किरकिरी
मुख्य बातें
  • जर्मन तानाशाह हिटलर को भी कभी नोबेल शांति पुरस्‍कार के लिए नामित किया गया था
  • फासीवादी विचारों के अगुवा ह‍िटलर का यह नामांकन कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था
  • बाद में कहा गया कि जर्मन तानाशाह को व्‍यंग्‍य के तौर पर इसके लिए नामित किया गया था

नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पिछले दिनों 2021 के नोबेल शांति पुरस्‍कार के लिए नामित किया गया। उन्‍हें हाल ही में इजरायल और संयुक्‍त अरब अमीरात (UAE) के बीच हुए समझौते में अहम भूमिका निभाने को लेकर नामित किया गया है। यूं तो नोबेल शांति पुरस्‍कार की दुनियाभर में बहुत प्रतिष्‍ठा है, पर कई बार यह विवादों में भी घिरा है। एक ऐसा ही विवाद तब भी सामने आया था, जब जर्मन तानाशाह हिटलर को इसके लिए नामित किया गया था।

हिटलर को 1939 में नोबेल शांति पुरस्‍कार के लिए नामित किया गया था। स्‍वीडन के एक सांसद ने हिटलर को इस प्रतिष्ठि पुरस्‍कार के लिए नामित किया था, जिसके बाद खूब हंगामा हुआ और कुछ ही समय बाद इस नामांकन को वापस ले लिया गया। जिस सांसद ने हिटलर को नोबेल के लिए नामित किया था, उसकी पहचान यूं तो फासीवादी विरोधी शख्‍स के तौर पर होती थी, लेकिन इस नामांकन के बाद सबकुछ बदल गया। उन्‍हें फासीवादी कहा जाने लगा। कई संस्‍थानों में उन्‍हें लेक्‍चरर के तौर पर बैन कर दिया गया।

खूब हुआ था हंगामा

उन्‍होंने यह कहते हुए हिटलर को नोबेल शांति पुरस्‍कार दिए जाने की वकालत की थी कि उसके विचारों से लाखों लोग इत्‍तेफाक रखते हैं और वह ऐसी शख्सियत हैं, जो दुनिया में किसी भी अन्‍य व्‍यक्ति के मुकाबले इस पुरस्‍कार के अधिक हकदार हैं। हालांकि बाद में बाद में यह भी कहा गया कि स्‍वीडन के सांसद एरिक ब्रैड ने व्‍यंग्‍यात्‍मक तौर पर हिटलर को नोबेल शांति पुरस्‍कार के लिए नामित किया था। लेकिन लोगों ने इसे सही परिप्रेक्ष्‍य में नहीं लिया और इसे लेकर विवाद इतना बढ़ा कि उस साल किसी को भी नोबेल पुरस्‍कार नहीं दिया गया।

बताया जाता है कि ब्रैड की नाराजगी उस साल ब्रिटिश पीएम नेविले चैम्‍बरलिन को नोबेल के लिए नामित किए जाने को लेकर थी, जो उनके हिसाब से सही नामांकन नहीं था और इसी नाराजगी में उन्‍होंने सबसे खराब संभावित उम्‍मीदवार के तौर पर व्‍यंग्‍यात्‍मक लहजे में हिटलर का नाम आगे बढ़ाया था, जिस पर विवाद गहरा गया। हिटलर को लेकर वर्ष 1939 में उपजे इस विवाद के बाद अगले चार वर्षों में 1943 तक किसी को भी नोबेल पुरस्‍कार नहीं दिया गया, जिसकी वजह द्वितीय विश्‍वयुद्ध को बताया गया।