बीजिंग : चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसका सबसे पहला मामला वुहान से सामने आया था, लेकिन अब यह चीन के कई अन्य प्रांतों में भी फैलता जा रहा है। इसके मद्देनजर प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं। लोगों की भीड़ एक जगह इकट्ठी न हो, इसके लिए समारोहों व कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है तो सार्वजनिक परिवहन पर भी पाबंदी लगा दी गई है। चीन में इस जानलेवा वायरस के संक्रमण से अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लगभग 1,300 लोग इसकी चपेट में हैं।
राजधानी बीजिंग में भी इस वायरस के संक्रमण का मामला सामने आया है, जिससे यहां हड़कंप मच गया है। कोरोना वायरस का मामला राजधानी बीजिंग तक पहुंचने के साथ ही यहां उच्च स्तरीय आपातकाल लगा दिया गया है और इससे निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। यहां कोरोना वायरस के 29 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिसके मद्देनजर यहां इस सप्ताह लुनर न्यू ईयर (चीनी नववर्ष) से संबंधित सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।
इसका मकसद यहां लोगों की भीड़ एकत्र होने से रोकना है, ताकि संक्रमण को और फैलने से रोका जा सके। वायरस के संक्रमण को देखते हुए कई पर्यटक स्थलों को भी बंद करने का फैसला लिया गया है। 'द ग्रेट वाल ऑफ', 'फोनबिडेन सिटी' को भी बंद करने का फैसला लिया गया है, जो लुनर न्यू ईयर फेस्टीवल के दौरान सैकड़ों पर्यटकों से भरा होता है। बीते साल यहां 1.9 करोड़ पर्यटक पहुंचे थे, जो चीन के विभिन्न हिस्सों से यहां आते हैं।
प्रशासन ने हालांकि पहले ही वुहान में जाने और वहां से आने पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन यह मामला कई जगह फैलता ही जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बीमारी की चपेट में कई डॉक्टर भी आ गए हैं, जो मरीजों का उपचार कर रहे थे। समझा जा रहा है कि पहले इस बात की जानकारी नहीं होने के कारण डॉक्टर इसकी चपेट में आए कि यह संक्रमण इंसान से इंसान में भी फैल सकता है।
चीन का यह वायरस कई अन्य देशों में भी फैलता जा रहा है। दक्षिण कोरिया, अमेरिका, थाईलैंड में भी इस वायरस से लोगों के पीड़ित होने का मामला सामने आ चुका है। इस वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए भारत सहित विभिन्न देशों ने जहां चीन की यात्रा को लेकर अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है, वहीं एयरपोर्ट्स पर चीन से आनेवाले लोगों की अनिवार्य जांच की व्यवस्था भी की है।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए भारत भी विशेष सतर्कता बरत रहा है। बड़ी संख्या में भारतीय छात्र चीन के विभिन्न शहरों में पढ़ाई करते हैं, जिनके स्वदेश लौटने के मद्देनजर उनकी पूरी निगरानी की जा रही है। मुंबई में भी दो लोगों के इस वायरस से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि इस संबंध में अभी पुष्टि नहीं हुई है, पर बताया जा रहा है कि उन्हें निगरानी में रखा गया है।