क्या आप त्योहारों की तरह अभी भी बहुत ज्यादा खर्च करने के मूड में हैं? अब इससे बाहर निकलने और हाल ही में त्योहारों के दौरान किए गए खर्च का मूल्यांकन करने का समय आ गया है। यदि आपने उम्मीद से ज्यादा खर्च कर डाला है तो आपको जल्द-से-जल्द उसकी भरपाई करने का काम शुरू कर देना चाहिए। इसके लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं।
आपको सबसे पहले यह देखना चाहिए कि आपने अपने फेस्टिव बजट से कितना ज्यादा खर्च किया है। इससे आपको अपना एक्शन प्लान बनाने में मदद मिलेगी। इसके लिए कैश, ऑनलाइन, डेबिट या क्रेडिट कार्ड, हर तरह से किए गए खर्च पर गौर करना चाहिए। यदि आपने त्योहारों के दौरान खर्च करने के लिए लोन लिया है तो आपको उसकी EMI देने के लिए अपने इनकम का कुछ हिस्सा इस्तेमाल करना पड़ सकता है।
त्योहारों के दौरान खरीदारी के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने पर डिस्काउंट और रिवार्ड पॉइंट्स मिल सकते हैं। लेकिन, सावधानीपूर्वक इस्तेमाल न करने पर इससे जरूरत से ज्यादा खर्च हो सकता है। यदि आपने त्योहारों के दौरान क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया है तो इंटरेस्ट चार्ज से बचने के लिए इंटरेस्ट-फ्री पीरियड के दौरान क्रेडिट कार्ड बिल का पूरा भुगतान कर दें। यदि आपने उम्मीद से ज्यादा खर्च किया है तो आप उसे EMI में बदलकर, बिना किसी डिफ़ॉल्ट के, आसानी से उसका रीपेमेंट कर सकते हैं।
कुछ खर्च-कटौती उपाय करके आप त्योहारों के दौरान बहुत ज्यादा खर्च होने के तनाव से जल्दी बाहर निकल सकते हैं। लेकिन इस टाईट बजट पर कब तक चलना होगा? यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कितना ज्यादा खर्च किया है। आप अपनी सुविधा के अनुसार अपने गैर-जरूरी खर्च में कटौती करके, कम-प्रायोरिटी वाले खर्च को कुछ दिन टालकर, क्रेडिट कार्ड के कैशबैक या लॉयल्टी डिस्काउंट की मदद से
अपने ग्रोसरी बजट को कम करके, सिर्फ जरूरी चीजें खरीदने की आदत डालकर, ऑर्डर वाले खान-पान में कटौती करके, अपने मनोरंजन सम्बन्धी खर्च जैसे एकाधिक OTT प्लेटफॉर्म्स का मंथली सब्सक्रिप्शन्स को कुछ दिन टालकर, और वीकेंड आउटिंग्स, इत्यादि से बचकर अपने बजट को टाईट कर सकते हैं।
आपने एक नई बाइक या कार खरीदने, कहीं घूमने जाने, एक नया मोबाइल या लैपटॉप खरीदने जैसे कुछ अल्पकालिक खर्च की प्लानिंग की होगी। लेकिन, अब आपको अपनी बहुत जरूरी फाइनेंसियल देनदारियों को पूरा करने के लिए फिर से इनकी प्लानिंग करनी चाहिए। अत्यधिक त्योहारी खर्च से निपटने के बाद, आप अपने सभी प्रकार के अल्पकालिक खर्च को पूरा कर सकते हैं।
तरह-तरह के खर्च-कटौती उपाय करके आप उतनी ही आमदनी में ज्यादा बचत कर पाएंगे जिससे आपको किराया, होम लोन EMI, ग्रोसरी, यूटिलिटी, जैसी अपनी जरूरी फाइनेंसियल देनदारियों में रुकावट डाले बिना अपने अत्यधिक त्योहारी खर्च के कारण आई कमी को जल्दी से पूरा करने में मदद मिलेगी। इसके लिए आपको वेतन मिलते ही उसका एक हिस्सा बचाकर रख लेना चाहिए और बाकी बचे पैसे से जरूरी खर्च करने चाहिए, न कि खर्च करने के बाद बचे पैसे से बचत।
अत्यधिक त्योहारी खर्च के कारण आपकी अल्पकालिक और मध्यकालिक फाइनेंसियल लक्ष्यों को पूरा करने की क्षमता कम हो सकती है। इसलिए आपको अपने भावी त्योहारी खर्च की बेहतर प्लानिंग करनी चाहिए। इसके लिए आपको पहले से ही अपने बड़े खर्च की एक लिस्ट बनाकर रखना चाहिए, अपनी लिस्ट के हर आइटम के लिए एक आरामदायक बजट बनाकर रखना चाहिए, और अपने फाइनेंस पर बहुत ज्यादा प्रेशर पड़ने से बचने के लिए और त्योहारों के दौरान पैसे उधार लेने की सम्भावना को कम करने के लिए पहले से ही सेविंग्स या इन्वेस्टमेंट करके जरूरी रकम का इंतजाम करने की कोशिश करनी चाहिए। आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन शॉपिंग फेस्टिवल्स के दौरान अपनी बड़ी खरीदारी करके, और एडिशनल डिस्काउंट, इंस्टेंट कैशबैक या ज्यादा रिवार्ड पॉइंट्स पाने के लिए खरीदारी के समय क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके, बेहतर डील्स पाने के लिए कुछ खोजबीन भी करनी चाहिए।
कुल मिलाकर बात यह है कि फाइनेंसियल डिसिप्लिन और प्लानिंग करके रखने पर, फाइनेंस को हैंडल करने में परेशानी नहीं होगी और त्योहारों के बाद कठोर खर्च-कटौती उपाय नहीं करने पड़ेंगे।
इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।