नई दिल्ली : कोरोना वायरस ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है। देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से सभी आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई हैं। जिसका असर व्यापक पड़ा है। ट्रेन, एयरोप्लेन, सड़क पर चलने वाली गाड़ियों के थम जाने से पेट्रोल, डीजल, हवाई ईंधन की खपत में भारी कम आ गई है। देश में ईंधन की मांग में अप्रैल महीने में 46% की गिरावट आई है। लोग घरों में इसलिए एलपीजी की खपत में कमी नहीं आई है। तीसरे लॉकडाउन के दौरान कुछ छूट दी गई है जिससे अप्रैल के आखिरी सप्ताह में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की खपत में बढ़ोतरी हुई है। उम्मीद है मई महीने में डिमांड और बढ़ेगी।
ईंधन की खपत 45.8% की कमी
पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में देश की ईंधन की खपत 45.8% घटकर 99.29 लाख टन रह गई। एक साल पहले इसी महीने में यह 1.83 करोड़ टन से अधिक थी। मार्च में ईंधन की खपत 1.60 करोड़ टन रही थी। उस समय ही कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रयासों की शुरुआत हुई थी। अप्रैल में पेट्रोल की बिक्री 60.43% घटकर 9,73,000 टन रही। अप्रैल के पहले हाफ में पेट्रोल की बिक्री 64% घटी थी, लेकिन दूसरे हाफ में कुछ ऑफिस खुलने और सड़क पर कुछ वाहनों के आने से बिक्री में कुछ बढ़ोतरी हुई।
विमान ईंधन एटीएफ की बिक्री 91.3% घटी
देश में सबसे अधिक खपत वाले ईंधन डीजल की बिक्री अप्रैल के पहले पखवाड़े में 61% घटी। हालांकि, दूसरे पखवाड़े में इसमें कुछ सुधार हुआ। अप्रैल में कुल मिलाकर डीजल की बिक्री 55.6% घटकर 32.5 लाख टन रही। इन आंकड़ों में सरकारी और प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों के बिक्री के आंकड़े शामिल हैं। पहले सिर्फ पब्लिक सेक्टर की कंपनियों के आंकड़े ही उपलब्ध हो पाते थे। हवाई उड़ानों पर रोक की वजह से अप्रैल में विमान ईंधन एटीएफ की बिक्री 91.3% घटकर 56,000 टन रह गई।
एलपीजी की मांग 12.2% बढ़ी
आंकड़ों के अनुसार इस महीने के दौरान सिर्फ रसोई गैस सिलेंडर या एलपीजी एकमात्र ईंधन रहा जिसकी बिक्री में इजाफा हुआ। सरकार ने कोरोना वायरस संकट के दौरान गरीब परिवारों को रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त में वितरित किया। अप्रैल में एलपीजी की बिक्री 12.2% बढ़कर 21.3 लाख टन पर पहुंच गई।
मई के दूसरे हाफ में मांग में और होगा सुधार
सरकार ने शहरी नगर निगम की सीमा के बाहर आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी है। चूंकि अब कुछ और इलाकों को खोलने की अनुमति दी गई है ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि मई के दूसरे हाफ में मांग में और सुधार होगा। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले सप्ताह कहा था कि और अधिक आर्थिक गतिविधियों को अनुमति के बाद मई के दूसरे पखवाड़े में ईंधन की मांग सामान्य स्तर पर पहुंच जाएगी। 4 मई से और इलाकों को खोला गया है। बड़ी संख्या में ऑफिसों और फैक्ट्रियों में काम शुरू हो गया है। 17 मई को लॉकडाउन 3.0 पूरा होने के बाद कुछ और छूट मिलने की उम्मीद है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।