Garib Kalyan Rojgar Abhiyan : गांव लौटे मजदूरों के लिए 20 जून को गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुरू करेंगे PM मोदी

Garib Kalyan Rojgar Abhiyan : ग्रामीण भारत मे बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करने के लिए पीएम मोदी 20 जून को गरीब कल्याण रोजगार योजना की शुरुआत करने जा रहे हैं।

Garib Kalyan Rojgar Abhiyan
20 जून गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत करेंगे पीएम 
मुख्य बातें
  • देश के गांवों में रोजगार निर्माण के लिए गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत होगी
  • यह अभियान प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए मिशन मोड में चलाया जाएगा
  • रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के साथ ही स्थायी बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा

Garib Kalyan Rojgar Yojana : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के गांवों में आजीविका के अवसरों को बढ़ाने के लिए 20 जून को गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत करेंगे। इस योजना की शुरुआत पीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करेंगे। इस स्कीम का नाम 'गरीब कल्याण रोजगार योजना' है। इस अभियान के तहत रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के साथ ही स्थायी बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 50,000 करोड़ रुपए के सार्वजनिक कार्य कराए जाएंगे।  

बिहार के खगड़िया से शुरू होगी योजना

इस योजना की शुरुआत बिहार के खगड़िया जिले के बेलदौर ब्लॉक के तेलिहर गांव से होगी। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी मौजूद रहेंगे। सूत्रों के मुबताबिक पांच अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और संबंधित मंत्रालयों के केंद्रीय मंत्री भी इस वर्चुअल लॉन्च में भाग लेंगे।

छह राज्यों के 116 जिलों में शुरू होगा अभियान

बताया गया है कि इस योजना के तहत देश के विभिन्न भागों से पलायन कर अपने अपने गांव पहुंचे प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। इसके साथ ही साथ अभियान को देश के छह राज्यों के 116 जिलों में शुरू किया जाएगा। अभियान को शुरू करने के मौके पर इन राज्यों के मुख्यमंत्री और सबंद्ध मंत्रालय के मंत्री भी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे।

इन राज्यों के मजदूरों होगा लाभ

50 हजार करोड़ रुपए की लागत से शुरू की जा रही इस योजना के तहत कामगारों को 25 प्रकार के काम दिए जाएंगे। जिन राज्यों को इस योजना से फायदा होगा उसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा शामिल हैं।

गौर हो कि कोरोना वायरस को फैलने रोकने के लिए जब 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन किया गया था तब पूरे देश से लाखों मजदूर शहर छोड़कर अपने गृह प्रदेश की ओर पैदल, साइकिल और जिसे जो वाहन मिला उसी से निकल पड़े थे। इसकी वजह शहर में रोजगार संकट को बताया गया था। उसके बाद सियासत तेज हो गई थी विपक्षी दल सरकार को घेरने लगे थे। फिर सरकार ने एक मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाईं। लाखों मजदूरों को उनके घर पहुंचाया गया। अब वहां रोजगार की कमी हो गई है। इसलिए सरकार गरीब कल्याण रोजगार योजना शु्रू करने जा रही है। यह अभियान 6 राज्यों के 116 जिलों में 125 दिनों तक चलेगा।

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