- कौन थे इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एंड्रयू स्टोडार्ट?
- आज के दिन 1863 में हुआ था स्टोडार्ट का जन्म
- पारी घोषित करने वाले क्रिकेट इतिहास के पहले कप्तान
क्रिकेट इतिहास में कई खिलाड़ी ऐसे हुए जिन्होंने सीमित ओवर क्रिकेट को नहीं देखा लेकिन जितना वो खेले, उतने समय में उन्होंने अपनी छाप छोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ऐसे ही एक खिलाड़ी थे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एंड्रयू स्टोडार्ट। आज ही के दिन 1863 में डरहम (इंग्लैंड) में उनका जन्म हुआ था। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि दो खेलों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। सब कुछ शानदार रहा, लेकिन जिंदगी का अंत दर्दनाक था।
दाएं हाथ के बल्लेबाज और गेंदबाज एंड्रयू स्टोडार्ट ने 1885 में मिडिलसेक्स की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उनका हुनर शानदार था और शायद यही वजह थी कि तीन साल के अंदर 1888 में वो इंग्लैंड क्रिकेट टीम में चुन लिए गए। उन्होंने 10 फरवरी 1888 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए अपने टेस्ट क्रिकेट करियर का आगाज किया।
पहली बार पारी घोषित हुई
एंड्रयू स्टोडार्ट उन खिलाड़ियों में से थे जो परिस्थितियों के हिसाब से फैसले लेते थे। यही वजह थी कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में जो 16 मैच खेले, उसमें से 8 मैचों में वो इंग्लैंड के कप्तान थे। उन्होंने 1894 में मेलबर्न के मैदान पर जो 173 रनों की पारी खेली थी, वो किसी भी इंग्लिश कप्तान का उस समय रिकॉर्ड था और ये रिकॉर्ड 80 साल तक बना रहा। वो पहले ऐसे कप्तान थे जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी करने के लिए कहा और वो पहले ऐसे कप्तान थे जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में पारी घोषित की थी।
पूरी रात ताश खेले, फिर वो पारी खेली जिसने सबको हिला डाला
जब स्टोडार्ट 23 साल के थे तब उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हैंपस्टीड की तरफ से खेलते हुए स्टोइक्स के खिलाफ एक ऐसी पारी खेली थी जिसने सबको दंग कर दिया था। ये एक ऐसा विश्व रिकॉर्ड था जो काबिलेतारीफ था। उन्होंने उस पारी में 370 मिनट तक बल्लेबाजी करते हुए 485 रनों का स्कोर बनाया था। इससे भी दिलचस्प खुलासा ये था कि उससे पिछली रात स्टोडार्ट पूरी रात एक क्लब में ताश खेल रहे थे।
दो खेलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धमाल
ये खिलाड़ी अपने आप में एक अलग हस्ती था। स्टोडार्ट ने सिर्फ क्रिकेट में खेलते हुए देश का नाम रोशन नहीं किया, बल्कि रग्बी (Rugby) में भी वो इंग्लैंड की टीम से खेले। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 10 बार रग्बी में प्रतिनिधित्व किया था।
गोली मारकर अपनी जान ली
बेशक एक खिलाड़ी के रूप में वो शानदार थे लेकिन शायद करियर के बाद बिगड़ती सेहत से उनका हौसला टूट गया। स्वास्थ्य साथ छोड़ रहा था और ऊपर से आर्थिक स्थिति भी बेहद खराब हो चुकी थी। इसलिए उन्होंने अपने 52वें जन्मदिन के तीन हफ्तों बाद गोली चलाकर खुदकुशी कर ली थी। आत्महत्या किसी भी चीज का हल नहीं होता है, शायद इस बात को स्टोडार्ट समझ नहीं सके और क्रिकेट जगत के एक महान नाम का समय से पहले अंत हो गया।
स्टोडार्ट के आंकड़े
एंड्रय़ू स्टोडार्ट ने इंग्लैंड के लिए 16 टेस्ट मैच खेले जिस दौरान उन्होंने 2 शतक और 3 अर्धशतक जड़ते हुए 996 रन बनाए थे और 2 विकेट लिए थे। वहीं उनके असल आंकड़े प्रथम श्रेणी क्रिकेट में नजर आए। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 309 मैचों में 26 शतक और 85 अर्धशतक जड़ते हुए 16,738 रन बनाए थे। इसके अलावा 278 विकेट भी लेने का कमाल किया था।