- भारत में कब शुरू होगा घरेलू क्रिकेट? क्या रणजी ट्रॉफी का धमाल दिखेगा?
- कोरोना के प्रकोप को देखते हुए अब भी चिंतित है भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई)
- बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने घरेलू क्रिकेट की बहाली को लेकर दिया ये जवाब
मुंबई: कोविड-19 की वजह से क्रिकेट पिछले चार महीनों से थमा हुआ था। किसी तरह आईसीसी के नए नियम जारी हुए और वेस्टइंडीज व पाकिस्तान की टीमों ने इंग्लैंड का दौरा करने पर सहमति जताई और अब बुधवार से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बहाल हो सका। बेशक वेस्टइंडीज-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट शुरू हो चुका है लेकिन अब भी कई देशों में घरेलू क्रिकेट शुरू करने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। भारत में भी यही हाल है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच क्या घरेलू क्रिकेट शुरू किया जा सकता है? इस पर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपनी बात सामने रखी है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि भारतीय घरेलू सत्र तभी शुरू होगा जब युवा खिलाड़ियों का रणजी ट्रॉफी मैचों के लिए देश के अंदर यात्रा करना सुरक्षित होगा। भारत के घरेलू टूर्नामेंटों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के कारण इंडियन प्रीमियर लीग अगर अक्टूबर में होती है तो सत्र में मैचों की संख्या कम करनी पड़ेगी। गौरतलब है कि कोविड-19 मामले भारत में थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिछली रिपोर्ट तक देश में तकरीबन 7 लाख 67 हजार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं और जान गंवाने वालों की संख्या भी 21 हजार को पार कर गई है।
अगस्त के अंत में शुरू होना है सीजन लेकिन..
घरेलू सत्र 2020-2021 की शुरुआत अगस्त के अंत में विजय हजारे ट्रॉफी के साथ होनी थी जबकि इसके बाद रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन होना था। पिछले सत्र में लॉकडाउन की शुरुआत के कारण ईरानी ट्रॉफी को रद्द किया गया था। घरेलू और जूनियर क्रिकेट के बारे में पूछने पर गांगुली ने स्पोर्ट्स तक से कहा, ‘‘ये जरूरी हैं लेकिन कोरोना वायरस महामारी के नियंत्रित होने के बाद ही ये होंगे। हालात सुरक्षित होने के बाद ही, विशेषकर जूनियर क्रिकेट।’’
कोई जोखिम नहीं उठाया जा सकता
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की बात से साफ लगा कि खिलाड़ियों को लेकर बोर्ड कोई भी जोखिम उठाना नहीं चाहता। दादा ने कहा कि भारत बड़ा देश है और मैचों के लिए टीमों को एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा करनी होती है और इसलिए घरेलू क्रिकेट तब तक शुरू नहीं होगा जब तक कि सब कुछ सुरक्षित नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘‘हम युवा खिलाड़ियों को लेकर जोखिम नहीं लेना चाहते। हमारा देश इतना बड़ा है और हमारा घरेलू क्रिकेट इतना मजबूत है कि सभी को खेलने के लिए यात्रा करनी पड़ती है। इसलिए जब तक यह सुरक्षित नहीं होगा तब तक इसका आयोजन नहीं होगा।’’ इसी तरह आयु वर्ग के टूर्नामेंटों का आयोजन भी फिलहाल नहीं होगा। अन्य देशों में भी घरेलू क्रिकेट सत्र को शुरू करने से तमाम क्रिकेट बोर्ड कतरा रहे हैं।