- दक्षिण अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया वनडे मैच, 2006
- जोहानिसबर्ग में खेला गया था सबसे धमाकेदार वनडे मुकाबला
- हर्षल गिब्स के कहर ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को कर दिया था बेबस
आज की तारीख (12 मार्च) वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे खास तारीख मानी जाती रही है। इस दिन 2006 में वो वनडे मुकाबला खेला गया था जिसने दुनिया भर के क्रिकेट फैंस को दंग कर दिया था। जोहानिसबर्ग में खेले गए वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया और मेजबान दक्षिण अफ्रीका की टीमें आमने-सामने थीं। दोनों टीमों में एक से एक खिलाड़ी मौजूद थे। मैच शुरू होने के बाद इतना कुछ हुआ कि आंकड़े रुके नहीं और एक के बाद एक रिकॉर्ड बनते रहे, टूटते रहे।
पांच वनडे मैचों की उस सीरीज के चार वनडे मैच हो चुके थे। सीरीज 2-2 की बराबरी पर थी और पांचवें व अंतिम वनडे से तय होना था कि खिताब कौन जीतेगा। मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद शुरू हुआ दिग्गजों का धमाल। वनडे क्रिकेट इतिहास का विश्व रिकॉर्ड स्कोर बनने वाला था।
रिकी पोंटिंग का बल्ला गरजा
पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरफ से ओपनर्स एडम गिलक्रिस्ट (55 रन) और साइमन कैटिच (79) ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं, लेकिन असल धमाल मचाया टीम के कप्तान रिकी पोंटिंग ने। इस धाकड़ बल्लेबाज ने 105 गेंदों में 164 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल डाली। पोंटिंग की इस पारी में 13 चौके और 9 छक्के शामिल थे।
बची-कुची कसर माइकल हसी ने भी पूरी कर दी। हसी ने 51 गेंदों में 81 रनों की पारी खेली जिसमें 3 छक्के और 9 चौके शामिल थे। इन चार धमाकेदार पारियों के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 4 विकेट पर 434 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया (जो उस समय वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर था)।
दक्षिण अफ्रीका ने दिया ऐतिहासिक और करारा जवाब
मेजबान दक्षिण अफ्रीकी टीम के सामने 435 रनों का विशाल लक्ष्य था। उस दिन से पहले कभी किसी टीम को इतना बड़ा लक्ष्य नहीं मिला था। सब तकरीबन मान चुके थे कि दक्षिण अफ्रीका की हार तय है। लेकिन फिर आया हर्शल गिब्स का तूफान और उनका साथ दिया कप्तान व ओपनर ग्रीम स्मिथ ने।
तीन रन के स्कोर पर बोएटा डिपेनार के रूप में दक्षिण अफ्रीका को पहला झटका लग चुका था लेकिन इसके बाद ग्रीम स्मिथ और हर्षल गिब्स ने शानदार साझेदारी को अंजाम दे डाला। ग्रीम स्मिथ ने 55 गेंदों पर 90 रनों की पारी खेली, लेकिन असल धमाल मचाया हर्षल गिब्स ने जिनके बल्ले से 111 गेंदों में 175 रनों की धमाकेदार पारी निकली। गिब्स ने अपनी इस पारी में 7 छक्के और 21 चौके जड़े।
नशे में थे हर्षल गिब्स
उस मैच के कई सालों बाद 175 रनों की पारी खेलने वाले हर्षल गिब्स ने अपनी किताब में खुलासा किया था कि वो उस दिन नशे में थे। दरअसल, मैच से पिछली रात गिब्स रात 1 बजे तक शराब पी रहे थे और जब अगले दिन वो मैदान पर उतरे तो उनका नशा पूरी तरह से उतरा नहीं था।
मार्क बाउचर ने दिलाई रोमांचक जीत
मैच बढ़ते-बढ़ते अंतिम ओवर तक जा पहुंचा था और तकरीबन सभी दिग्गज बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे। पिच पर विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर और एंड्रयू हॉल खेल रहे थे। अंतिम ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 7 रन चाहिए थे और उनके पास सिर्फ 2 विकेट बाकी थी।
ब्रेट ली द्वारा किए गए उस अंतिम ओवर की पहली गेंद पर 1 रन आया जबकि दूसरी गेंद पर बाउचर ने चौका जड़ दिया। लेकिन तीसरी गेंद पर ब्रेट ली ने हॉल को आउट करके नौवां झटका दे दिया। अब तीन गेंदों पर 2 रन चाहिए थे और 1 विकेट बाकी था। मखाया एनटिनी ने चौथी गेंद पर किसी तरह एक रन लिया और पांचवीं गेंद पर बाउचर ने चौका जड़कर दक्षिण अफ्रीका को जीत 1 गेंद रहते 1 विकेट से जीत दिला दी।
दक्षिण अफ्रीका की वो जीत वनडे इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी चेज साबित हुई। वो रिकॉर्ड आज भी कायम है। हालांकि सबसे बड़े वनडे स्कोर का विश्व रिकॉर्ड नहीं टिक सका। उसी साल श्रीलंका ने नीदरलैंड्स के खिलाफ 443 रन बनाकर रिकॉर्ड तोड़ दिया। इसके अलावा 2015 में दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 439 रन, 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ इंग्लैंड ने 444 रन बनाए जबकि सबसे बड़ा रिकॉर्ड 2018 में बना जब इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नॉटिंघम में 481 रनों का स्कोर खड़ा किया।