- गृह मंत्रालय की सलाह और निर्देशों के आधार पर होगा फैसला
- स्कूलों को दोबारा खोलने की कोई भी संभावित तारीख 1 महीने दूर है
- विद्यार्थियों का स्वास्थ्य है सबसे बड़ी और अहम प्राथमिकता
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की वजह से उपजे लॉकडाउन की वजह से अब तक 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं लंबित हैं। सीबीएसई ने जुलाई के महीने में बाकी बचे पेपरों की परीक्षाओं का आयोजन करने जा रहा है। ऐसे में सबके मन में ये सवाल उठ रहे हैं कि दोबारा से स्कूल कब खुलेंगे।
इस बारे में एनडीटीवी से बात करते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने स्पष्ट कर दिया कि इस बारे में अंतिम निर्णय जमीनी स्थिति का जायजा करने का बाद ही किया जाएगा और एचआरडी मंत्रालय इस बारे में कोई भी फैसला स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह और निर्देशों के बाद ही करेगा।
फिलहाल देश में लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है जिसकी मियाद 31 मई को समाप्त होनी है। ऐसे में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए लगा नहीं रहा है कि जल्दी स्थितियां सामान्य होने जा रही हैं।
इस तरह की अफवाहें फैल रही थीं कि 15 जून से स्कूलों को खोलने की सरकार ने अनुमति दे दी है लेकिन जल्दी ही गृह मंत्रालय ने इस तरह की सभी खबरों का खंडन कर दिया। ऐसे में एचआरडी मंत्री ने कहा कि स्कूलों को दोबारा खोलने की कोई भी संभावित तारीख 1 महीने दूर है। उन्होंने कहा, 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच परीक्षाओं का आयोजन होगा। इसके बाद ही दोबारा स्कूल खुल सकेंगे।
निशंक से जब ये पूछा गया कि कोरोना के देश में बढ़ते मामलों के बीच जुलाई में परीक्षाओं का आयोजन कैसे हो सकेगा। तो उन्होंने कहा कि हम मुख्य रूप से गृह मंत्रालय के निर्णय से बंधे हुए हैं और हमारे लिए विद्यार्थियों का स्वास्थ्य सबसे बड़ी और अहम प्राथमिकता है। जुलाई में क्या स्थिति होगी इसका अंदाजा हम अभी से नहीं लगा सकते।'
उन्होंने आगे कहा, मुझे पूरा यकीन है कि स्थितियां सामान्य हो जाएंगी। यदि स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं होता है तो हम मंत्रालय, छात्रों और उनके अभिभावकों के साथ इस बारे में विचार विमर्श्र करेंगे।
उन्होंने कहा, स्कूलों की परीक्षाएं जुलाई में और कॉलेजों की अगस्त में होंगी। कॉलेज में केवल अंतिम वर्ष के छात्रों को परीक्षा में बैठना होगा। पहले और दूसरे साल के विद्यार्थियों को प्रमोट कर दिया जाएगा।