IAS Success Strory Priyank Kishore: किसी चीज को पाने की चाह अगर सच्ची हो तो दुनिया की कोई भी मुश्किल से मुश्किल चीज पाई जा सकती है। सकारात्मक सोच, कड़ी मेहनत और लगन के बल पर हर सफलता पाई जा सकता है। ऐसी ही एक सफलता की कहानी से आज हम आपको रूबरू कराएंगे। बक्सर के रहने वाले प्रियांक किशोर जब 21 साल के थे तो उन्होंने सोचा कि कलेक्टर बनना है। इसके बाद तैयारी शुरू की और 22 साल की उम्र इतिहास रच दिया। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा पास कर आईएएस बन गए।
दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पीजी के छात्र रहे प्रियांक ने यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में ऑल इंडिया 274वीं रैंक पाई। अप्रैल 2019 में उनका रिजल्ट जारी हुआ तो उन्हें एक बार तो खुद यकीन नहीं हुआ। प्रियांक ने प्राथमिक पढ़ाई जमशेदपुर से की है। हाई स्कूल सेंट जेवियर्स और 12वीं सेंट जेवियर्स श्यामली से करने के बाद रामजस कॉलेज से ग्रेजुएशन की।
प्रियांक के पिता कमल किशोर उनकी प्रेरणा हैं। पिता वर्तमान में 1989 बैच में दारोगा के पद पर भर्ती हुए थे और वर्तमान में वह डीएसपी हैं। प्रियांक को पिता ही आईएएस और आईपीएस के बारे में बताया करते थे। वहीं से उनके मन में भी आईएएस बनने का विचार पैदा हुआ।
प्रियांक कहते हैं कि जब यह तय हुआ कि कलेक्टर बनना है तो तैयारी करने का विचार आया। उसके बाद फाइनल हुआ कि कोचिंग नहीं, सेल्फ स्टडी करनी है। लगभग एक साल की फोकस तैयारी के बाद यह सफलता मिली।