- अनमोल अहिरवार भोपाल के एमपी नगर के नजदीक झुग्गी में रहते हैं
- परिवार की कमाई 5 से 6 हजार रुपए ही है
- पिता चाय बनाते हैं और मां पान की गुमटी लगाते हैं
कहते हैं जहां चाह होती है वहां राह निकल आती है यानी आप जो कुछ करना चाहते हैं या बनना चाहते हैं, अगर आपमें इच्छा शक्ति है तो यह मुमकिन है। भोपाल में एक चाय बनाने वाले के बेटे ने आर्थिक तंगी के बावजूद आईआईटी की परीक्षा पास की है। भोपाल का अनमोल अहिरवार ने आईआईटी कंपीट करने के बाद आईआईटी कानपुर में एडमिशन लिया है। उनके मां-बाप चाय-नास्ते की गुमटी लगाते हैं। अनमोल अपने परिवार के साथ झुग्गी में रहता है।
चाय बेचते हैं माता-पिता
अनमोल अहिरवार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एमपी नगर के नजदीक झुग्गी में रहते हैं। उनके पिता चाय बनाते हैं और मां पान की गुमटी लगाते हैं। अनमोल के पिता चाय बनाते हैं और मां पान बेचती हैं। इस कमाई से ही उनका घर चलता है। हालांकि इस तंगी के बावजूद परिवार ने बेटे की यथाशक्ति मदद की। बेटे ने भी जीतोड़ मेहनत करके कठीन परीक्षा पास कर ली। अनमोल के माता पिता पढ़े लिखे नहीं हैं।
पढ़ाई के साथ-साथ काम भी करता था अनमोल
अनमोल दो कमरों की छोटी सी झुग्गी में रहकर अपने भाई के साथ पढ़ाई करता था। रोज 8 से 10 घंटे पढ़ाई करने के बाद वह अपने माता-पिता के कामों में हाथ बटाता था।
पैसों की तंगी से नहीं हुआ परेशान
अनमोल के परिवार में पैसों की तंगी से जूझता रहता था। क्योंकि महंगाई इस दौर में उसके परिवार की कमाई 5 से 6 हजार रुपए ही है। लेकिन इस कठिनाई को झेलते हुए उसने काफी लगन से पढ़ाई की। महाभारत के अर्जुन की तरह अपने लक्ष्य पर ध्यान लगाए रखा।
शिक्षकों ने पढ़ाई में की मदद
अनमोल के मां-बाप का कहा है कि वह बचपन से ही पढ़ने में तेज रहा है। उसे 10वीं में 87 प्रतिशत और 12वीं में 89.2 प्रतिशत नंबर आए। उसने भोपाल के शासकीय सुभाष एक्सीलेंस स्कूल से पढ़ाई की। अनमोल की प्रतिभा को देखकर स्कूल शिक्षकों ने भी उसकी मदद की। आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए ऑनलाइन कोचिंग का इंतजाम करवाया।
आईएएस बनना चाहता है अनमोल
अनमोल ने कड़ी मेहनत से आईआईटी परीक्षा पास की। आईआईटी ग्रेजुएट होने के बाद उसा लक्ष्य आईएएस बनना है। उनका कहना है कि यह अपने पिता विजय अहिरवार और माता पार्वती अहिरवार के संधर्ष की वजह से हुआ है।