- कक्षा 12वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक पात्रता को समाप्त करने का निर्णय
- पहले उम्मीदवारों को कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में न्यूनतम 75 प्रतिशत स्कोर करने की आवश्यकता होती थी
- जेईई-मेंस 2021 का पाठ्यक्रम पिछले वर्ष के समान ही रहेगा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने 7 जनवरी, 2021 को IIT में दाखिले के लिए पात्रता मानदंड और JEE Advance परीक्षा की तारीखों की घोषणा के वक्त यह छूट देने का ऐलान किया था। शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आईआईटी जेईई (एडवांस्ड) के लिए किए गए निर्णय और पिछले शैक्षणिक वर्ष के लिए किए गए निर्णय के अनुरूप, कक्षा 12वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक पात्रता को समाप्त करने का निर्णय किया गया है।
पहले उम्मीदवारों को कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में न्यूनतम 75 प्रतिशत स्कोर करने की आवश्यकता होती थी। इसके बाद ही वे एनआईटी, ट्रिपल आईटी, एसपीए और अन्य केंद्रीय वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) में भाग लेने के पात्र होते थे।
जेईई एडवांस्ड 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों यानी आईआईटी में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा है।आईआईटी में दाखिले में दाखिले के लिये संयुक्त प्रवेश परीक्षा और चिकित्सा संकाय में दाखिले के लिये राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा के पाठ्यक्रम वर्ष 2021 में अपरिवर्तित रहेंगे। छात्रों के जेईई और नीट परीक्षा (NEET) में सीमित प्रश्नों का उत्तर देने का विकल्प दिया जायेगा।
JEE Mains 2021 का पाठ्यक्रम पिछले वर्ष के समान ही रहेगा
शिक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, 'जेईई-मेंस 2021 का पाठ्यक्रम पिछले वर्ष के समान ही रहेगा। हालांकि छात्रों को प्रश्नपत्र के 90 सवालों में से 75 सवालों का जवाब देने का विकल्प होगा।' प्रश्नपत्र में 90 सवालों में 30-30 सवाल गणित, रसायन शास्त्र और भौतिकी से रहेंगे और उनमें से 75 सवालों (25-25 सवाल गणित, रसायन शास्त्र और भौतिकी) से देने होंगे।
NEET (UG) 2021 प्रश्नपत्र में भी जेईई मेंस की तर्ज पर विकल्प दिये जायेंगे
गौरतलब है कि जेईई-मेंस 2020 में 75 सवालों पूछे गए थे और छात्रों को सभी सवालों के जवाब (25-25 सवाल गणित, रसायन शास्त्र और भौतिकी) से देने थे। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि नीट (यूजी) 2021 परीक्षा के पैटर्न की अभी घोषणा की जानी है। देश के कुछ बोर्डो द्वारा पाठ्यक्रम कम करने को ध्यान में रखते हुए नीट (यूजी) 2021 प्रश्नपत्र में भी जेईई मेंस की तर्ज पर विकल्प दिये जायेंगे।
गौरतलब है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने पिछले महीने घोषणा की थी कि जेईई (मेन) के संबंध में प्राप्त सुझावों के आधार कुछ फैसले किये गए हैं और अब परीक्षा चार बार आयोजित की जाएगी।