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देश में दो जगह हैं पांडवों के छठे भाई कर्ण के मंद‍िर, Mahabharat Ke Karn यानी Pankaj Dheer की भी होती है पूजा

मेधा चावला | SENIOR ASSOCIATE EDITOR
Updated May 27, 2020 | 07:11 IST

Mahabharat Ke Karn Pankaj Dheer : महाभारत के कर्ण यानी पंकज धीर ने द‍िलचस्‍प वाकया बताया है। उन्‍होंने खुलासा क‍िया क‍ि देश में कर्ण को समर्प‍ित मंद‍िर हैं जहां उनकी भी पूजा होती है।

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Mahabharat Ke Karn Pankaj Dheer : दर्शकों ने द‍िया खास प्‍यार
मुख्य बातें
  • पांडवों के छठे भाई थे कर्ण, जो कुंती को सूर्य देव के आशीर्वाद से मिले थे
  • कर्ण ने जन्‍म के समय से ही कवच और कुंडल पहने थे
  • इतिहास में उनको उनकी दानवीरता के लिए भी याद क‍िया जाता है

छोटे पर्दे के लोकप्र‍िय धारावाह‍िक महाभारत के हर क‍िरदार को यूं तो दर्शकों का भरपूर प्‍यार मिला है। लेकिन इसमें कर्ण का किरदार निभाने वाले पंकज धीर के साथ दर्शकों का एक अलग ही जुड़ाव है। पंकज धीर खुद भी इस बात को मानते हैं और इस बात के शुक्रगुजार हैं क‍ि ये क‍िरदार उनको निभाने का मौका मिला। 

कैसे निभाया क‍िरदार Pankaj Dheer ने Karn का रोल

पंकज धीर बताते हैं क‍ि महाभारत में कर्ण के रोल की तैयारी के लिए कोई ठोस र‍िसोर्स नहीं था। इस महाभारत से पहले इस ग्रंथ पर दो घंटे की एक फ‍िल्‍म बनी थी जिसमें कर्ण का ज्‍यादा उल्‍लेख नहीं था। ऐसे में एक कलाकार के तौर पर अपनी संवेदनशीलता का प्रयोग करते हुए उन्‍होंने इस क‍िरदार को पर्दे पर उतारा। पंकज धीर बताते हैं क‍ि उनके अध‍िकतर दृश्‍य दुर्योधन और शकुन‍ि के साथ थे जो ड्रमैट‍िक करैक्‍टर थे। ऐसे में उनके बीच अपनी उपस्‍थ‍ित‍ि बनाए रखना उनके लिए काफी मुश्‍क‍िल था। लेक‍िन महाभारत के कर्ण यानी पंकज धीर को इस बात की खुशी है क‍ि वह दर्शकों के बीच अपनी पहचान बनाने में सफल रहे और यहां तक क‍ि क‍िताबों में उनकी तस्‍वीर के साथ ही कर्ण का उल्‍लेख क‍िया जाता है। 

इन मंद‍िरों में होती है कर्ण की पूजा

देश में दो जगह ऐसे मंद‍िर हैं जहां कर्ण की पूजा होती है। ये है करनाल और बस्‍तर में। पंकज धीर ने बताया क‍ि जब भी वह यहां जाते हैं, लोग प्‍यार और श्रद्धा से उनसे म‍िलते हैं। यही नहीं, यहां पंकज धीर की भी 8 फीट ऊंची प्रतिमा स्‍थापित है और लोग इसकी भी पूजा करते हैं। 

ठुकरा द‍िए फ‍िर कर्ण बनने के और ऑफर 

पंकज धीर बताते हैं क‍ि इस महाभारत के बाद दूसरे शोज में उनके पास कई बार दोबारा कर्ण बनने के ऑफर आए लेकिन उन्‍होंने इनको स्‍वीकार नहीं क‍िया। पंकज धीर का कहना है क‍ि बात पैसे की नहीं है क्‍योंक‍ि पैसे तो वह कैसे भी कमा लेते। बात लोगों के प्‍यार और व‍िश्‍वास की है जो वह महाभारत के इस कर्ण को देते हैं। अगर वह कहीं और कर्ण का किरदार निभाते तो यह दर्शकों की भावनाओं के साथ अन्‍याय होता। 

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