- साइबर ठगों ने पूर्व महिला बैंक अधिकारी को बनाया अपना शिकार
- केवाईसी के नाम पर अकाउंट का डीटेल लेकर निकाले 25 लाख रुपये
- महिला अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने शुरू की जांच
Gurugram Cyber Crime: अभी तक तो आपने बैंक के नाम पर ग्राहकों को ठगने की कई घटना सुनी होगी, लेकिन इस तरह के मामले में किसी बैंक अधिकारी के साथ ठगी के मामले बहुत कम सुने होंगे। गुरुग्राम में साइबर अपराधियों ने केवाईसी के नाम पर एक सेवानिवृत महिला बैंक प्रबंधक को अपना शिकार बनाया और पीडि़ता के साथ 25 लाख रुपये की ठगी कर ली।
अपने साथ ठगी की जानकारी मिलते ही पूर्व बैंक प्रबंधक पुलिस के पास पहुंच गईं। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर डीएलएफ फेज-तीन थाने में मामला दर्ज कर अब पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि पुलिस को अभी तक जालसाज के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
केवाईसी के नाम पर हुई ठगी
पुलिस को की गई शिकायत के अनुसार, गार्डन एस्टेट निवासी चित्रा मित्रा (75) ने पुलिस को बताया कि, वह बैंक प्रबंधक के पद सेवानिवृत है। उन्होंने बताया कि, उनके मोबाइल पर 9 दिसंबर 2021 को मैसेज आया था कि, उनके खाता का केवाईसी नहीं हुआ है। ऐसे में खाता बंद हो सकता है और उस मैसेज में एक नंबर दिया हुआ था, जिस पर संपर्क करना था। नंबर पर फोन करने पर जालसाज ने उससे सभी जानकारी हासिल करने के बाद 9 दिसंबर से 27 दिसंबर 2021 तक उनके खाते से कई बार में 25 लाख रुपये की ठगी कर डाली।
पुलिस जुटा रही जानकारी
इस दौरान महिला के फोन पर रुपये निकलने के बारे में बैंक द्वारा कोई मैसेज भी नहीं आया। जिससे अपने साथ हो रही ठगी के बारे में महिला बैंक अधिकारी को पता भी नहीं चल पाया। शिकायकर्ता ने बताया कि, जब वह बैंक पैसे निकलवाने गई तो उसे इस बारे में पता चला। जिसके बाद महिला ने अपने डेबिड कार्ड को ब्लॉक करवाकर पुलिस को शिकायत दी। इस शिकायत की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि, शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी है। जालसाज ने किन खातों में रुपयों को ट्रांसफर किया गया था, उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जालसाज ने कैसे पूरी वारदात को अंजाम दिया इसके बारे में भी पुलिस द्वारा पता लगाया जा रहा है।