- गुड़ को देसी चॉकलेट कहा जाता है
- गुड़ की गर्म तासरी ठंड से बचाती है
- कफ और एलर्जी में गुड़ फायदेमंद है
नई दिल्ली: गुड़ यानी देसी चॉकलेट, खाने में जितनी टेस्टी होता है उतना ही सेहत के लिए फायदेमंद भी। खासकर ठंड में इसे खाना आपको कई बीमारियों से बचाता है। ठंड की आम बीमारियों को दूर करने के साथ ही ये प्रदूषण जनित रोगों में भी बचाता है।
गुड़ को हमेशा एक अच्छे पाचक के रूप में भी जाना जाता है। ऑयरन के साथ कई विटामिन और खनिज से भरा गुड़ श्वांस और एलर्जी से जुड़ी बीमारियों में दवा से बेहतर काम करता है। गले के इंफेक्शन या खराश में गुड़ खाना बहुत लाभप्रद होता है।
गुड़ खाने के एक नहीं अनेक फायदे हैं और यही कारण है कि ठंड में इसे जरूर खाना चाहिए। फास्फोरस, लोहा, मैग्नीशियम, जस्ता, सेलेनियम, पोटेशियम हैं और एंटीऑक्सिडेंट से भरा गुड़ इम्युनिटी बढ़ाने का काम करता है। इससे सर्दियों में होने वाली आम बीमारी, सर्दी-जुकाम या बुखार आदि से शरीर बचा रहता है।
गले के इंफेक्शन से राहत
गुड़ गले की खिसखिसाहट, खराश और दर्द को दूर करता है। गुड़ गले में एक परत बना देता हैं जिससे गले में नमी बनी रहती है और सूखापन खत्म होता है। इससे बैक्टिरिया पनप नहीं पाते। गुड़ ब्लड वेसेल्स को पतला बना देता है जिससे श्वांस नली में गर्मी पैदा होती है और किटाणु नष्ट होते हैं।
गुड़ से मिलने वाली कैलोरी से शरीर गर्म रहता है। गुड़ की गर्म तासीर चयापचय के दौरान शरीर में गर्मी पैदा करती है। ठंड में ब्लड वेसेल्स संकुचित हो जाते हैं जिससे रक्तचाप बढ़ने लगता है। गुड़ खाने से ब्लड सर्कुलेशन सही होता है और रक्तचाप भी कंट्रोल में रहता है।
कफ होता है दूर
सर्दियों में जिन्हें अस्थमा या एलर्जी की दिक्कत होती है उन्हें गुड़ जरूर खाना चाहिए, क्योंकि गुड़ फेफड़ों में संक्रमण को दूर करता है और कफ बनने से रोकता है। साथ ही एलर्जी कि दिक्कतों को भी दूर करता है।
पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए गुड़ खाना बहुत फायदेमंद होता है। खाना खाने के बाद गुड़ की एक धेली खाने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। गुड़ में मौजूद ऑयरन, जिंक और मैग्नीशियम शरीर कि मांसपेशियों, नसों और रक्त वाहिकाओं को बेहतर बनाता है। साथ ही खून की कमी भी ये दूर करता है।