नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने कुछ ही महीनों के भीतर पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया और तेजी से हो रहा इसका प्रसार ही इस घातक विषाणु का सबसे बड़ा रहस्य है, इस सारी बातों को देखते हुए लोगों से घर से बाहर निकलने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन एक कोरिया में हुई एक रिसर्च में इसके उलट बात सामने आई है, दक्षिण कोरिया के शेषज्ञों ने अपनी रिसर्च में पाया है कि बाहर से ज्यादा लोग घर के अंदर होने वाले संपर्कों की वजह से कोरोना महामारी से प्रभावित हो रहे हैं।
अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है इस रिपोर्ट के मुताबिक 5706 मरीजों पर एक शोध किया गया जो कोरोना वायरस से प्रभावित थे, इसमें 59,000 उन ऐसे लोगों को शामिल किया गया 5706 मरीजों के संपर्क में आए थे।
इस शोध से पता चला है कि 100 में से केवल दो लोग घर के बाहर कोरोना वायरस के संपर्क में आए। वहीं 10 में से 1 व्यक्ति घर के अंदर कोरोना वायरस के संपर्क में आया।
रिसर्च में सामने आई हैं कई चौंकाने वाली बातें
रिसर्च में यह भी पाया गया कि जब बुजुर्ग और किशोर कोरोना वायरस से संक्रमित हुए तो घर के ज्यादा लोगों को इस महामारी ने अपनी चपेट में ले लिया, दक्षिण कोरिया महामारी रोकथाम सेंटर के डायरेक्टर जिओंग इउन क्योंग ने कहा, 'ऐसा इसलिए है कि इस उम्र समूह के लोगों का परिवार के सदस्यों से नजदीकी संपर्क होता है और उन्हें ज्यादा संरक्षण या सहायता की जरूरत होती है।'
यह आंकड़े 20 जनवरी से लेकर 27 मार्च के बीच इकट्ठा किए गए थे इसमें बताया गया है कि बच्चों में कोरोना वायरस के गंभीर मामलों का खतरा कम होता है। यह अध्ययन अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन में 16 जुलाई को प्रकाशित हुआ है।