- गर्भवती महिला व्रत के दौरान कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।
- व्रत के लिए गर्भवती महिलाएं बनाए एक प्लान
- तीज के व्रत के दौरान गर्भवती महिलाएं बरतें ये सावधानियां
सावन मास की शुक्ल तृतीया (तीज) को हरियाली तीज का पर्व मनाते हैं। इस बार यह पर्व 23 जुलाई यानी गुरुवार को है। पूरे उत्तर भारत में हरियाली तीज को बेहद उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन सुहागन महिलाएं पूरा श्रृंगार करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। इस पर्व में अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो अपने साथ-साथ शिशु की सुरक्षा का भी ध्यान देना जरूरी है। बता दें कि अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखें। क्योंकि थोड़ी सी भी लापरवाही आपके साथ-साथ शिशु के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
व्रत के लिए बनाए एक प्लान
अगर आप तीज का व्रत करना चाहती हैं तो अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए अलग से प्लान बनाएं, यानी व्रत के दौरान क्या खाना है, कब-कब आपको खाना है? आदि। इसके साथ ही आप ही सुरक्षा का भी खास ध्यान रखें। खाने के साथ जूस का भी सेवन करें, ताकी आपको किसी तरह की कोई कमजोरी न हो। वहीं इन सब के साथ आप व्रत रखती हैं, तो आपके साथ-साथ शिशु भी सुरक्षित रहेगा।
तीज के व्रत के दौरान बरतें ये सावधानियां
- तीज के व्रत के दौरान इस बात का खास ध्यान रखें कि आपको लंबे वक्त तक भूखा नहीं रहना है। समय-समय पर फल या जूस का सेवन करते रहें।
- कुछ महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसा बिल्कुल न करें। इसके बजाय कोशिश करें कि जूस या पानी का सेवन बराबर करते रहें, इनदिनों मौसम में काफी नमी है, इसलिए पसीना ज्यादा होता है।
- व्रत के दौरान महिलाएं मीठा खूब खाती हैं, लेकिन शिशु के लिए यह ठीक नहीं है। ऐसे में अधिक मीठा खाने से परहेज करें।
- अगर आपको गैस, एसिडिटी की समस्या रहती हैं तो व्रत के दौरान चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थों का सेवन न करें। इसके बजाय दही, छाछ पिएं, यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं।
- तीज के त्योहार पर महिलाओं को झूला झूलना काफी पसंद है। लेकिन प्रेग्नेंसी के हालत में यह सही नहीं है, ऐसे में घर पर रहें। घर से बाहर या फिर कहीं दूर आने-जाने से परहेज करें।
- फल के अलावा बीच-बीच में आप ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें, ये आपके भूख को कम करेगा, साथ ही शरीर को न्यूट्रीशन भी मिलेगा।
- इसके अलावा गर्भवती महिलाएं एक स्थान पर अधिक देर तक बैठे न रहें बल्कि समय-समय पर उठने बैठने का भी ध्यान रखें।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)