- इन बातों को ध्यान में रखकर कोरोना के भयंकर प्रकोप से बचें
- टेस्ट पॉजिटिव आने के दौरान तुरंत डॉक्टर से लें सलाह
- रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी कुछ समय तक भीड़ भाड़ वाले स्थान पर जानें से बचें
भारत समेत दुनियाभर में कोविड 19 के मामलों में तेजी से फैल जाने से दहशत का माहौल है। इस महामारी ने अब तक लगभग करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। यह संक्रमण जानलेवा होने के साथ लोगों के डर का भी कारण बना हुआ है। लेकिन अधिकांश मामलों में इसके हल्के फुल्के लक्षण देते हैं, इस स्थिति में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती आप घर में ही खुद को क्वारंटाइन कर ठीक हो सकते हैं।
ऐसी स्थिति में आपको डर की नहीं बल्कि संयम और समझदारी की से काम लेने की जरूरत होती है। तो आइए ऐसे में जानते हैं कि यदि कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका हो या टेस्ट पॉजिटिव आए तो क्या करें।
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर रखें इन बातों पर ध्यान
टेस्ट पॉजिटिव आने के पर या कोरोना लक्षण दिखने पर सबसे पहले खुद डॉक्टर की सलाह पर खुद को आइसोलेट करें और परिवार के सदस्यों से दूरी बनाएं। इसके लिए आप केंद्र सरकार द्वारा जारी और सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार क्वारंटाइन के नियमों का पालन करें। यदि आप एक ही घर में परिवार के साथ रहते हैं तो घर में एक कमरे में खुद को आइसोलेट करें जिसमें आपका एक अलग बाथरूम हो, और घर में अपने द्वारा प्रयोग किए जाने वाले बर्तनों को क्वारंटाइन के दौरान अलग रखें और उनका इस्तेमाल अगले दो हफ्तों के लिए केवल आप ही करें। परिवार के सदस्यों को अपने रूम में बिल्कुल भी ना आने दें। क्योंकि वायरस की संक्रमण बहुत तेजी से एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर डॉक्टर की सलाह लें
कोरोनावायरस टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सबसे पहले आप डॉक्टर्स की सलाह लें। डॉक्टर्स की सलाह के बाद ही आप कोई भी निर्णय लें। यदि आप डायबिटीज, ब्लड प्रेशर या किसी भी बीमारी से पहले ग्रसित हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह लें और उनके अनुसार ही अपना डाइट प्लान और मेडिसिन का सेवन करें। लगातार डॉक्टर की सलाह लेते रहें। आपकी जरा सी लापरवाही आपको एक भयानक स्थिति में डाल सकता है। इस दौरान आप सेल्फ मैडिसिन के तरीकों का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें।
रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अपने दोस्तों और करीबियों को करें सूचित
रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आप तुरंत ही इसकी जानकारी अपने दोस्तों और ऑफिस में कलीग्स को सूचित करें। जिनसे आप लक्षण दिखने के दौरान यानि एक से दो हफ्ते पहले मिल चुके हैं। यदि आप सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं तो वहां भी इसे अपडेट करें ताकि जो लोग आपसे एक से दो हफ्ते पहले जाने अनजाने में मिल चुके हैं वह भी सावधान हो सकें।
अपनी देखरेख के लिए एक स्वस्थ व्यक्ति को रखें
यदि आप में कोरोना के हल्के फुलके लक्षण हैं यानि कोरोना पॉजिटिव के बाद भी आप ठीक हैं और डॉक्टर ने आपको होम आइसोलेशन की सलाह दी है। तो इस दौरान आपको घर में आपकी देखभाल करने के लिए एक व्यक्ति की आवश्यकता होगी। ऐसे में आप घर के किसी एक सदस्य या बाहरी व्यक्ति को सावधानी के साथ अपने साथ रखें जो शारीरिक रूप से स्वस्थ हों और कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करें।
ब्लड ऑक्सीजन स्तर की नियमितता से करें जांच
कोरोना वायरस के लक्षण के दौरान यानि टेस्ट पॉजिटिव आने के दौरान आपके पास घर में ब्लड ऑक्सीजन के स्तर की जांच करने के लिए ऑक्सीमीटर होना चाहिए। यदि आप बीपी शुगर के मरीज हैं तो लगातार अपने ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल की जांच करते रहें। इसके लिए आप अपने पास ब्लड प्रेशर को मापने के लिए ब्लड प्रेशर मॉनिटर और शुगर लेवल को टेस्ट करने के लिए ग्लूको मीटर अवश्य रखें।
इसके साथ ही आप अपने डॉक्टर से लगातार संपर्क में रहे और देखभाल करने वाले व्यक्ति को भी इस बात का विशेष ध्यान रखना चहिए।
संक्रमण के दौरान संक्रमण बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर को करें सूचित
पहले दो हफ्तों में अपने लक्षणों पर विशेष ध्यान रखें। विशेषज्ञों के अनुसार पहले 5 से 10 दिनों में संक्रमण के बाद संक्रमण और लक्षण की गंभीरता बढ़ जाती है। संक्रमण के 8 वें 9वें दिन यदि आरके लक्षण कम नहीं होते तो आप तुरंत इसकी जानकारी अपने डॉक्टर को दें।
संक्रमण के दौरान अपने ब्रीदिंग रेट, रेसपिरेटरी सिस्टम और ब्लड ऑक्सीजन लेवल पर विशेष ध्यान रखें और समय समय पर घर में इसका चेकअप करते रहें।
क्वारंटाइन के बाद
14 दिन के क्वारंटाइन के बाद आप अपने डॉक्टर की सलाह लें। इस दौरान पहले आप अपना चेकअप कराएं। यदि नेगेटिव रिपोर्ट के बाद भी कोरोना से संबंधित कोई भी लक्षण दिखता हो तो खुद को आइसोलेट ही रखें। यदि आप बिल्कुल स्वस्थ हैं और आपकी रिपोर्ट भी नेगेटिव आ गई है तो भी डॉक्टर्स से सलाह लें, जिस स्थान पर आपने खुद को आइसोलेट रखा था उसे अच्छे से सैनेटाइज करें, जिस बर्तन को आप इस्तेमाल कर रहे थे उसे अच्छी तरह धोएं और धूप में रखें। क्योंकि धूप में रखने से वायरस को खत्म किया जा सकता है।
खुद को करें दोबारा आइसोलेट
क्वारंटाइन के बाद यानि संक्रमण से मुक्त होने के कुछ दिनों बाद भी यदि आप सर्दी जुकाम या बुखार होता है तो खुद को दोबारा आइसोलेट करें और डॉक्टर से सलाह लें। इसके साथ ही आप अपनी डाइट पर भी विशेष ध्यान रखें।
रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी कोरोना के लक्षण हैं तो खुद को रखें दूर
कोविड के संक्रमण से छीक होने के बाद भी इसके लक्षणों से यदि आप ग्रसित हैं तो खुद को भीड़ भाड़ वाले स्थान से दूर रखें, दोस्तों या किसी करीबियों से ना मिले और डॉक्टर्स की सलाह के दौरान अपने दवाइयों को जारी रखें। इसके साथ ही अपने डाइट प्लान को भी फॉलो करें।
यदि आपको खुद में या परिवार के किसी सदस्य में कोरोना के लक्षण देखते हैं तो जल्द से जल्द टेस्ट करवाएं और डॉक्टर से सलाह लें ताकि सही समय पर सही इलाज किया जा सके और आप वायरस के गंभीर प्रकोप से बच सकें।