नयी दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के नेता चिराग पासवान (Chirag Paswan ) ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नाता तोड़कर बिहार के मुख्यमंत्री (Bihar CM) पद से इस्तीफा देने पर नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि उन्होंने दूसरी बार जनादेश का अपमान किया है। पासवान ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने और नए सिरे से चुनाव कराए जाने की मांग की।
बिहार में नीतीश के इस्तीफे के बाद तेज हुई राजनीतिक हलचल के बीच चिराग भारतीय जनता पार्टी (BJP) के समर्थन में आ गए और कहा कि भगवा दल ने वह सब स्वीकार किया जो मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार चाहते थे। उन्होंने कहा कि यहां तक कि भाजपा ने उनके लिए अपनी नीतियों तक से समझौता किया।
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उन्होंने कहा, 'मैं राज्यपाल से आग्रह करूंगा कि वह राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने की अनुशंसा करें। नए जनादेश के लिए विधानसभा चुनाव कराया जाना चाहिए।' यह पूछे जाने पर कि ताजा राजनीतिक परिस्थितियों में उनकी क्या भूमिका होगी, चिराग ने कहा, 'इस बारे में मैंने कोई फैसला नहीं किया है।'
बिहार में भाजपा-जनता दल (यूनाइटेड) का गठबंधन टूट गया
गौर हो कि 9 अगस्त को हुए घटनाक्रम में बिहार में भाजपा-जनता दल (यूनाइटेड) का गठबंधन टूट गया है। नीतीश कुमार ने शाम चार बजे राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। नीतीश कुमार ने सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद राज्यपाल को नई सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। वहीं बिहार के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि सभी सांसद और विधायक की आम सहमति थी कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए।
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'बिहार की जनता और BJP के साथ नीतीश कुमार ने किया धोखा'
बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि BJP ने 74 सीट जीतेने के बाद भी वादे के मुताबिक नीतीश कुमार जी को NDA गठबंधन का मुख्यमंत्री बनाया था। यह बिहार की जनता और BJP के साथ धोखा है, जनता के फैसले का उल्लंघन है। बिहार की जनता इसे बर्दाशत नहीं करेगी।
समर्थन पत्र में 6 राजनीतिक दलों के हस्ताक्षर
नीतीश कुमार और राजद नेता तेजस्वी यादव पटना में राजभवन पहुंचे। राज्यपाल को सौंपे गए समर्थन पत्र में कुल 6 राजनीतिक दलों के हस्ताक्षर हैं, जिसमें जदयू, राजद, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीईएमएल, एचएएम और वीआईपी शामिल हैं।