बिहार की राजनीति के रंग भी अजब हैं, यहां कई समीकरण काम करते हैं कभी यहां कोई लहर चलती है तो कभी यहां विकास का पहिया भी चल जाता है, वैसे सूबे की राजनीति में जाति का अलग ही तड़का है जो राजनीति में ताकतवरों को हमेशा आगे रखती आई है।इस विधानसभा चुनाव में भी पहले ही की तरह परिवारवाद का रंग भी हावी होता दिख रहा है, कम से कम टिकटों का वितरण तो कुछ ऐसे ही संकेत दे रहा है, कहीं पर ससुर समधन दामाद तीनों मैदान में तो कहीं पति पत्नी दोनों ताल ठोकते दिख रहे हैं।
बिहार में सत्ता की मलाई लूटने में कोई भी राजनीतिक दल पीछे नहीं है पहले से तमाम जातिगत खानों में बंटी प्रदेश की राजनीति में परिवारवाद का शुरू से ही जोर रहा है ये दीगर बात है कि किसी कार्यकाल में इसका असर कम दिखता है तो कभी ज्यादा, बात इस चुनाव की जहां एक परिवार के लोगों को या करीबी रिश्चेदारों को कई जगहों पर टिकट मिले हैं।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस दफा राज्य चुनावी समर में करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा ऐसे प्रत्याशी हैं जो परिवारवाद का फायदा लेते दिख रहे हैं जेडीयू ने आलमनगर विधानसभा सीट से नरेंद्र यादव को टिकट दिया है तो उनके दामाद निखिल मंडल को मधेपुरा से जेडीयू ने टिकट देकर उतारा है।
जीतन राम मांझी ने भी रिश्तेदारों पर उड़ेला प्यार
जीतन राम मांझी गया की इमामगंज सीट पर उम्मीदवार हैं तो उनके दामाद देवेंद्र मांझी को जहानाबाद जिले के मखदुमपुर से टिकट दिया है जीतन राम मांझी इतने पर ही नहीं रूके बल्कि उन्होंने अपनी समधन ज्योति देवी को बाराचट्टी से चुनाव में उतार दिया है।तेज प्रताप यादव समस्तीपुर के हसनपुर से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं तो ससुर चंद्रिका राय को जेडीयू ने परसा से टिकट दिया है।
जेडीयू भी परिवारवाद में पीछे नहीं
जेडीयू के टिकट पर विधायक कौशल यादव नवादा सीट से तो उनकी पत्नी पूर्णिमा देवी गोविंदपुर सीट से मैदान में हैं वहीं जेडीयू के टिकट पर ओबरा से सुनील कुमार तो गोह से आरजेडी के सिम्बल पर भीम कुमार सिंह चुनाव लड़ रहे हैं, भीम पूर्व विधायक स्व. रामनारायण सिंह के पुत्र हैं तो सुनील उनके भतीजे हैं।
भाजपा ने पूर्व सांसद दिग्विजय सिंह की पुत्री श्रेयसी सिंह को जमुई से प्रत्याशी बनाया है। भभुआ सीट से रिंकी रानी पांडेय भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं, वह पूर्व विधायक स्व. आनंद भूषण पांडेय की पत्नी हैं वहीं आरजेडी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के बेटे ऋषि सिंह को ओबरा सीट से टिकट दिया है तो प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह को रामगढ़ सीट तो पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी के बेटे राहुल तिवारी को शाहपुर सीट से टिकट दिया गया है।