- अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, चैत्र का महीना 29 मार्च से प्रारंभ हो चुका है।
- इस वर्ष 13 अप्रैल 2021 को प्रतिप्रदा है जिस दिन नवरात्रि प्रारंभ हो रही है।
- चैत्र माह में कुछ प्रमुख व्रत और त्यौहार मनाए जाएंगे जिसकी लिस्ट यहां मौजूद है।
Chaitra Mahine ke vrat Tyohar: हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, वर्ष का पहला महीना चैत्र माह होता है वहीं, वर्ष का आखिरी महीना फाल्गुन मास होता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस वर्ष चैत्र माह 29 मार्च से प्रारंभ हो गया है। इस माह की शुरुआत कृष्ण पक्ष से हुई है। अमावस्या के बाद जब चंद्र ग्रह मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश होता है फिर एक-एक कला बढ़कर 15वें दिन चित्रा नक्षत्र में पूरा हो जाता है तब चैत्र मास की शुरुआत होती है। लेकिन, इस वर्ष 13 अप्रैल से प्रतिपदा प्रारंभ हो रहा है इसी के साथ नवरात्रि और गुड़ी पड़ा भी प्रारंभ हो रही है। माना जा रहा है कि, 13 अप्रैल से ही विक्रम संवत 2078 भी शुरू हो जाएगा।
चैत्र के महीने के प्रमुख व्रत और त्योहार की लिस्ट
2 अप्रैल, शुक्रवार: रंग पंचमी, गुड फ्राइडे
3 अप्रैल, शनिवार: एकनाथ षष्ठी
4 अप्रैल, रविवार: भानु सप्तमी, ईष्टर संडे
7 अप्रैल, बुधवार: पापमोचिनी एकादशी, पंचक प्रारंभ
9 अप्रैल, शुक्रवार: प्रदोष व्रत (कृष्ण), वारुणी योग, हिंगलाज माता जयंती
10 अप्रैल, शनिवार: मासिक शिवरात्रि, शिव चतुर्दशी
11 अप्रैल, रविवार: श्राद्ध अमावस्या
12 अप्रैल, सोमवार: चैत्र सोमवती अमावस्या, हरिद्वार कुंभ मेला शाही स्नान
13 अप्रैल, मंगलवार: चैत्र नवरात्रि, घटस्थापना, उगाडी, गुड़ी पड़वा, नवरोज
14 अप्रैल, बुधवार: चेटी चंड, मेष संक्रांति, रमजान माह प्रारंभ, वैशाखी, शाही स्नान, खरमास
15 अप्रैल, गुरुवार: सौभाग्य सुंदरी व्रत, मनोरथ तृतीया, गणगोर तीज
16 अप्रैल, शुक्रवार: विनायक चतुर्थी, रोहिणी व्रत
19 अप्रैल, सोमवार: महानिशा पूजा, पुष्य नक्षत्र
20 अप्रैल, मंगलवार: दुर्गाष्टमी, महाष्टमी, पुष्य नक्षत्र
21 अप्रैल, बुधवार: रामनवमी, दुर्गा नवमी, जवारे विसर्जन, कुंभ स्नान, रामचरित मानस जयंती
22 अप्रैल, गुरुवार: चैत्र नवरात्रि पारणा
23 अप्रैल, शुक्रवार: कामदा एकादशी
24 अप्रैल, शनिवार: प्रदोष व्रत (शुक्ल), मदन द्वादशी
25 अप्रैल, रविवार: महावीर जयंती
26 अप्रैल, सोमवार: हाटकेश्वर जयंती
27 अप्रैल, मंगलवार: हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा व्रत, हरिद्वार चतुर्थ शाही स्नान
28 अप्रैल, बुधवार: आर्सो दोज, कच्छपावतार, पोडषकारण व्रत पूर्ण आशा द्वितीया, वैशाख स्नान प्रारंभ
30 अप्रैल, शुक्रवार: संकष्टि चतुर्थी