- मन में अगर है अहंकार तो तक्ष्मी जी हो जाएंगी दूर
- कठोर वाणी बोलने वालों से लक्ष्मी जी रहती है दूर
- आलस करने वालों को नहीं मिलता धन व वैभव
Chanakya Neeti in Hindi: आचार्य चाणक्य के नीतिशास्त्र के अनुसार व्यक्ति को धन प्राप्त करने के लिए कुछ बातों का सदैव ध्यान रखना जरूरी है। धन की देवी लक्ष्मी हैं और कलियुग में लक्ष्मी जी को विशेष स्थान प्राप्त है। लक्ष्मी जी की कृपा जब व्यक्ति पर होती है तो धन की प्राप्ति होती है। इनका आशीर्वाद मनुष्य को सुख-समृद्धि भी प्रदान करता है। धन आने पर व्यक्ति का विकास होता है और समाज में सम्मान मिलता है। वहीं लक्ष्मी जी तब नाराज हो जाती हैं जब व्यक्ति ये तीन गलतियां करने लगता है। व्यक्ति को अपने जीवन में कभी भी ये गलतियां नहीं करनी चाहिए।
स्वयं को कभी सबसे योग्य न समझें
आचार्य चाणक्य कहते हैं, कि किसी भी व्यक्ति को कभी दूसरों से श्रेष्ठ या अधिक योग्य नहीं समझना चाहिए, यह अहंकार की निशानी है। इससे लोगों को बचना चाहिए। क्योंकि जब व्यक्ति अहंकार से घिर जाता है तो उसकी प्रतिभा नष्ट होने लगती है। ऐसे व्यक्ति आगे चलकर चुनौतियों का सामना करते हैं। ऐसे लोगों को लक्ष्मी जी भी छोड़कर चली जाती हैं। क्योंकि अहंकार और अहंकारी व्यक्ति लक्ष्मी जी को बिल्कुल भी पसंद नहीं है।
कठोर वाणी का प्रयोग न करें
आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को सदैव ऐसी वाणी बोलनी चाहिए, जो सुनने वाले के कानों को मधुर लगे। इसका साधारण अर्थ है कि, मनुष्य को हमेशा मधुर वाणी बोलनी चाहिए। कठोर वाणी नहीं बोलना चाहिए। मीठी वाणी बोलने वाले जीवन में अधिक तरक्की करते हैं। ऐसे लोग सबके प्रिय बने रहते हैं। इनका हर स्थान पर सम्मान होता है। वहीं, जो व्यक्ति कठोर और कड़वे वचन बोलता है, उसकी लोकप्रियता कम हो जाती है। उससे लोग दूर रहते हैं। जिससे तरक्की और सफलता में रूकवाटे आती हैं। परेशानी और बाधाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे लोगों से लक्ष्मी जी भी नाराज रहती हैं।
आलस कभी न करें
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, जो व्यक्ति आलस करता है, लक्ष्मी जी उनसे हमेशा दूर रहती हैं। व्यक्ति को अगर सफलता प्राप्त करना है और उसे धन व वैभव का खुश चाहिए तो आलस छोड़ना पड़ेगा। यह जीवन को बर्बाद कर देता है। आलस अपनाने वाले व्यक्ति से लक्ष्मी जी दूर हो जाती हैं।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)