- इंसान को दूसरों कि गलतियों से सीखना चाहिए
- अपने डर को अंदर रखकर निडरता का स्वांग करें
- अपनी योजनाओं का जिक्र कभी भी किसी से न करें
चाणक्य ने अपनी नीतियों में कई ऐसी बातें बताईं हैं जो इंसान के विकास और भले के लिए बहुत ही जरूरी है। यदि इंसान उनकी बताई नीतियों का पालन कर ले तो वह जीवन में किसी भी मायने में और परिस्थतियों में घबरा नहीं सकता। यही नहीं इन नीतियों में इंसान की परख से लेकर दोस्त और दुश्मनों की पहचान की भी जानकारी दी गई है। इन सब से इतर चाणक्य ने इंसान को कुछ चीजें अपने जीवन काल में जरूर पालन करने को कहा है। ये नियम या नीतियां इंसान को हर क्षेत्र में सफलता दिलाती हैं और उसे विपरीति परिस्थितयों से बचाने का भी रास्ता बताती हैं। मौजूद समय में आप राजनीति के क्षेत्र में हो या नौकरीपेशा, हर किसी को निम्न नीतियों से सीख जरूर लेनी चाहिए।
Chanakya Tips for Success / चाणक्य की ये नीतियां आपके जीवन को बदल सकती हैं -
- चाणक्य ने किसी भी को अपने कार्यक्षेत्र में सफल होने के लिए कुछ बातें अंर्तमन में करने की सलाह दी है। जैसे किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले उसके बारे में यह खुद तय करें कि आप क्या करने जा रहे हैं, इस कार्य को करने से क्या मिलेगा या क्या परिणाम होगा और इसमें सफलता की कितनी संभावना है। क्योंकि इसी के बाद ही इंसान अपने कार्य के प्रति सजगता, तन्मयता और विश्वास दिखा सकता है।
- किसी भी कार्य को करने से पहले यदि असफलता का डर हावी हो गया तो इंसान अपने कार्य में सफल नहीं होगा। इसलिए असफलता का डर मन में न लाएं और अपने कार्य में आगे बढ़ते रहें।
- यदि इंसान को अपने कार्य, जीवन और योजनाओं में सफल होना है तो अपनी बातें, योजनाएं और कमियां किसी के सामने न रखें।
- कभी भी आंख बंद कर मित्र पर पूरा भरोसा न करें, क्योंकि मित्रता किसी न किसी स्वार्थ से बंधीी होती है और स्वार्थ की पूर्ति जब नहीं होती तो मित्रता भी टूट सकती है।
- हर मनुष्यको याद रखना चाहिए कि जीवन में तीन चीजों से कभी बैर नहीं करना चाहिए। ये तीन चीजें हैं अन्न, जल तथा मधुर वाणी। इनके बिना जीवन नहीं चल सकता है।
- यदि आप भय के साए में रहेंगे तो कभी आगे नहीं बढ़ सकते हैं, इसलिए भय आप पर हावी हो या सपीप आए तो उस वार कर उसका नाश कर दें।
- सांप का यदि विष निकल भी गया हो तो उसे विषैला होने का स्वांग करना चाहिए, ठीक उसी तरह यदि आप डरे हुए हैं तो आपको अपने डर को छिपा कर निडरता का परिचय देना होगा।
- दूसरों की गलतियों से सीख लेते रहें, क्योंकि अपनी गलतियों से सीखेंगे तो पूरा जीवन आप सीखते ही रहेंगे और उसके बाद भी सीख नहीं पाएंगे। इसलिए दूसरों कि गलतियों से सीख ले कर आगे बढ़ें।
- चाणक्य ने कहा है कि इंसान को बहुत अधिक ईमानदार नहीं होना चाहिए क्योंकि ईमानदारी कई बार इंसान के लिए जहर बन जाती है। क्योंकि सीधे खड़े वृक्षों को सबसे पहले काटा जाता है।
चाणक्य के सूत्र जीवन में हर इंसान को याद रखने चाहिए और इसपर अमल करना भी जरूरी है।