- चंद्र ग्रहण वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में लगने वाला है, इसलिए वृषण राशि के जातक रहें अधिक सावधान।
- ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
- ग्रहण काल के दौरान सभी शुभ कार्य होते हैं वर्जित, इस दौरान ना करें किसी भी शुभ कार्य का आयोजन।
Lunar Eclipse or Chandra Grahan November 2021: जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है तो चंद्रमा पूरी तरह या आंशिक रूप से ढ़क जाता है, जिसके परिणामस्वरूप आंशिक या पूर्ण चंद्र ग्रहण लगता है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानि 19 नवंबर 2021, शुक्रवार को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार चंद्रमा इस दिन वृषभ राशि में विराजमान रहेंगे। हालांकि भारत में चंद्र ग्रहण आंशिक रूप से रहेगा, इसका प्रभाव अरुणाचल प्रदेश और असम में कुछ समय के लिए दिखाई देगा।
इसके अलावा उत्तरी अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अटलांटिक और प्रशांत महासागर में चंद्र ग्रहण पूर्ण रूप से दिखेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान कुछ कार्य वर्जित माने जाते हैं। ऐसे में इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या ना करें।
चंद्र ग्रहण में क्या करें:
चंद्र ग्रहण वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में लगने वाला है। इसलिए वृषभ राशि के जातक अधिक सावधान रहें, इस राशि वाले लोगों पर इसका विशेष प्रभाव पड़ेगा। इस दिन चंद्र ग्रहण लगने से पहले स्नान आदि अवश्य कर लें। स्नान आदि करने के बाद घी का दीपक जलाकर भगवान का ध्यान करें और आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें।
ग्रहण काल शुरु होने से पहले खाने के सभी खाद्य पदार्थों में तुलसी का पत्ता डालकर रख दें। तथा ग्रहण काल खत्म होने के बाद दान आदि करना शुभ माना जाता है। ऐसे में ग्रहण काल खत्म होने के बाद दान अवश्य करें। वहीं ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रहण काल खत्म होने के बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को सावधान रहना चाहिए, इस दौरान गर्भवती महिलाएं अपने पास नारियल रखें।
ग्रहण काल में क्या नहीं करना चाहिए:
चंद्र ग्रहण के दौरान सभी शुभ कार्य वर्जित माना जाता है, इस दौरान किसी भी शुभ कार्य का आयोजन ना करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल में मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होती इसलिए किसी मंदिर में नहीं जाना चाहिए और घर के मंदिर के कपाट बंद कर दें। इस दौरान खाना बनाना और खाना पकाना वर्जित माना जाता है। इस तथा ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।